इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ भवन में छात्र संघ बहाली की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन का 496 वां दिन भी जारी रहा है। छात्र नेता अजय यादव सम्राट के अगुवाई में सोमवार को कुलपति कार्यालय के बाहर सैकड़ों छात्रों ने मुंडन करा कर विरोध दर्ज कराया। इसके साथ ही साथ छात्रसंघ की बहाली, हॉस्टल में रह रहे छात्रों से अवैध फीस वसूली तथा रिजल्ट रोकने को लेकर पूरे परिषद में रैली निकालकर विरोध मार्च किया गया। मुंडन कराने वालों में चित्रांश सहाय, आलोक ज्वाला, संजीत कुमार, आर्या वर्मा, प्रदीप पाल सहित सैकड़ों छात्र शामिल रहे।
छात्रों ने बताया कि कोरोना में यूनिवर्सिटी बंद थी और हॉस्टल भी बंद था। छात्र अपने घरों पर ही रह रहे थे, तो फिर जबरन अवैध इस वसूली के रूप में 15000 रुपए वसूले क्यों जा रहे हैं? एक ओर कोरोना वैश्विक महामारी लोगों को सड़क पर ला दिया। वहीं दूसरी तरफ यूनिवर्सिटी प्रशासन ने हिटलर शाही रवैया अपना रहा है, और प्रतियोगी परीक्षाएं लगातार हो रही है। आगे की कक्षाओं में दाखिले को लेकर इन की मार्कशीट और डिग्री को रोके रखना सही नहीं है। छात्रों का दाखिला भी फंसा हुआ है। यूनिवर्सिटी प्रशासन लगातार ही छात्रों के भविष्य पर कुठाराघात करने का प्रयास कर रही है। यदि छात्रों की मार्कशीट और डिग्री जल्द से जल्द जारी नहीं की गई, तो आंदोलन जरूर होगा।