Devendra Fadnavis: महाराष्ट्र में लाउड स्पीकर से शुरू हुई सियासत थमने का नाम नहीं ले रही। जहां आये दिन कोई न कोई नेता अपने बयानों से राज्य की सियासत की आबो हवा में गर्मी घोल रहा वहीं आरोप-प्रत्यारोप औ
रियों का सिलसिला भी समानांतर चल रहा है । जहां एक ओर राणा दम्पति अभी तक सुर्खियों में बने हुए हैं वहीं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री भी इस जुबानी जंग में कूद पड़े हैं । महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता Devendra Fadnavis ने महाराष्ट्र में सत्तासीन उद्धव सरकार पर हमला बोला है । फडणवीस ने महा अघाड़ी सरकार से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए उन्हें आड़े हाथों लिया है ।
Devendra Fadnavis ने सरकार को घेरते हुए कहा,” हम भारत मे रहते हैं, हिन्दू हैं और शान से हनुमान चालीसा पढ़ेंगे । अगर हम महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा नहीं पढ़ेंगे तो क्या पाकिस्तान जाकर हनुमान चालीसा पढ़ें। पता नहीं इनको (उद्धव सरकार) को हनुमान चालीसा से क्या दिक्कत है । हम सब हनुमान चालीसा पढ़ेंगे, किसी मे दम हो तो हम पर राजद्रोह लगाकर दिखाए।”
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महाराष्ट्र में मनसे प्रमुख राज ठाकरे द्वारा लाउड स्पीकर विवाद छेड़े जाने के बाद से अब तक सियासत गर्म ही रही है । बीते शनिवार को अमरावती से सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा द्वारा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने के ऐलान के बाद से अब तक नाटकीय घटनाक्रम रहा है । फिलहाल नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा पर विभिन्न धाराओं सहित मुंबई पुलिस ने राजद्रोह (124-A) का केस भी लगाया है ।
दोनो इस वक्त कोर्ट द्वारा 14 दिन की पुलिस हिरासत में हैं और अलग अलग जेल में बन्द हैं । जहां सांसद नवनीत राणा भायखला जेल में निरुद्ध हैं वहीं उनके पति रवि राणा तलोजा जेल में हैं । बता दें कि मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने के ऐलान के बाद पुलिस ने राणा दम्पति को गिरफ्तार कर लिया था । हालांकि राणा दम्पति हनुमान चालीसा पढ़ने मातोश्री नहीं जा पाए थे और शिवसैनिकों के उग्र विरोध के चलते मातोश्री जाने का प्लान रद्द कर दिया था ।
राज्य में कानून व्यवस्था बिगड़ने के अंदेशे के चलते मुंबई पुलिस ने राणा दम्पति को गिरफ्तार कर खार थाने ले आई थी जहां 1 रात उनकी वहीं पर कटी । नवनीत राणा ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा,” हमारे साथ मुंबई पुलिस ने अपराधियों के समान व्यवहार किया । पुलिस cm उद्धव ठाकरे के इशारे पर काम कर रही है। उन्होंने हमें नीच जाति का समझते हुए पानी तक नही दिया। हम रात भर प्यासे रहे। हमारा कसूर क्या था! हमारे ऊपर राजद्रोह लगा दिया गया है जबकि हमने ऐसा कोई काम नहीं किया । हम सिर्फ मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के हिंदुत्व को जगाना चाहते थे
इसलिए मातोश्री के बाहर शांतिपूर्वक हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान किया था । हम चाहते थे कि cm उद्धव ठाकरे भी हमारे साथ हनुमान चालीसा पढ़ें । हम उन्हें हिंदुत्व की याद दिलाना चाहते थे जिसके लिए शिवसेना जानी जाती रही है और जिसे आजकल उद्धव एनसीपी और कांग्रेस के साथ सरकार चलाने की वजह से भूल गए हैं । “
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बता दें कि राणा दम्पति पर 153 A (धर्म,जाति के आधार पर समाज मे विद्वेष फैलाना), धारा 34, धारा 135 और राजद्रोह की धारा 124 A के तहत आरोप दर्ज हैं । मामला सुप्रीम कोर्ट में है ।
उधर उद्धव ठाकरे के पुत्र और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे ने मीडिया से बात करते हुए लाउडस्पीकर विवाद पर सरकार का पक्ष रखा है । उन्होंने कहा,” हम मामले को करीब से देख रहे हैं । मामला सुप्रीम कोर्ट में है और जैसा निर्णय कोर्ट देगा हम उसका पालन करेंगे । किसी को भी कानून और राज्य की सुरक्षा व्यवस्था के साथ खेलने नहीं दिया जाएगा। हम केंद्र सरकार से भी इस मसले पर बात करेंगे “