Taj Mahal: उत्तर प्रदेश के आगरा में स्थित ऐतिहासिक ताजमहल का नाम एक बार फिर से बदलने की मांग उठने लगी है । यूनेस्को द्वारा घोषित विश्व विरासत के रूप में शामिल ताजमहल का नाम तेजो महालय करने की मांग आगरा नगर निगम से करते हुए प्रस्ताव सौंपा गया है । इस बार नाम बदलने की मांग भाजपा पार्षद शोभाराम राठौर ने करते हुए प्रस्ताव नगर निगम को सौंपा है जिसपर नगर निगम सदन में बुधवार को चर्चा प्रस्तावित है ।
बता दें कि इससे पहले भी Taj Mahal का नाम तेजो महालय करने की मांग उठती रही है । ऐसे में भाजपा पार्षद द्वारा प्रस्ताव बनाकर नाम बदलने की मांग करने से एक बार फिर से ताजमहल मुद्दा चर्चा में आ गया है । सूत्रों के अनुसार नगर निगम सदन में नाम बदलने का प्रस्ताव पारित हो सकता है जिसके बाद ये प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा ।
इस पोस्ट में
भाजपा पार्षद शोभाराम राठौर द्वारा आगरा नगर निगम की बुधवार को होने वाली बैठक में ताजमहल का नाम तेजो महालय करने का प्रस्ताव रखा जाएगा । हालांकि इस पर अन्य अधिकारी कुछ नहीं बोल रहे हैं लेकिन मेयर ने कहा है कि उनके पास ये प्रस्ताव आया है जिसे बुधवार को होने वाली सदन की बैठक में पढ़ा जाएगा और सभी पहलुओं पर विचार किया जाएगा ।
उन्होंने कहा कि इसके बाद ही आगे की कार्यवाही की जाएगी । वहीं पार्षद शोभाराम राठौर ने नाम बदलने की मांग करते हुए तर्क दिया है कि नगर निगम ने पिछले साढ़े चार वर्षों में विभिन्न सड़कों और चौराहों के नाम बदले हैं इसलिए वह ताजमहल का नाम तेजो महालय करने का प्रस्ताव सदन को सौंपेंगे ।
उन्होंने कहा कि ताजमहल नगर निगम की सीमा में है और नगर निगम इसकी सफाई कराता है । उन्होंने कहा कि ताजमहल में तमाम हिन्दू धर्म से जुड़े चिन्ह हैं । यह राजा जय सिंह की हवेली थी । वहीं मेयर नवीन जैन ने कहा कि पार्षद शोभाराम राठौर ने प्रस्ताव सौंपा है जिसपर चर्चा की जाएगी । उन्होंने कहा कि वैसे तो यह नगर निगम के क्षेत्राधिकार का विषय नहीं है किंतु कानूनी पहलुओं पर चर्चा के बाद शासन को प्रस्ताव भेजा जा सकता है ।
कान का इलाज कराने गई लड़की का हाथ काटने वाले हॉस्पिटल के डॉक्टर सवाल पूछने पर लड़ाई करने लगें
पुष्पा के रंग में रंगे नजर आए Ganpati Bappa, सामने आई स्वैग वाली तस्वीर
भाजपा पार्षद शोभाराम राठौर ने Taj Mahal का नाम बदलने को लेकर विभिन्न तर्क दिए हैं । उन्होंने कहा कि स्मारक को ताजमहल का नाम एक विदेशी यात्री ने दिया था जो कि इसके मूलनाम तेजोमहालय का अपभ्रंस है । उन्होंने कहा कि दुनिया मे आजतक किसी कब्रिस्तान के महल शब्द नहीं जुड़ा है । उन्होंने ये भी कहा कि इस बात का लिखित प्रमाण भी है कि ये परिसर जयपुर के राजा जयसिंह की संपत्ति था जिसे शाहजहां ने हथिया लिया था ।
बीजेपी पार्षद ने आगे कहा कि शाहजहां की प्रेम कहानी कपोल कल्पित लगती है कि उन्होंने मुमताज की याद में ताजमहल बनवाया था । उनकी कई पत्नियां थीं ।
वहीं नगर निगम में Taj Mahal का नाम बदलने का प्रस्ताव रखने वाले पार्षद शोभाराम राठौर ने कहा कि शाहजहां की जिस रानी को मुमताज कहा जाता है उनका असली नाम अर्जुमंद बानो था । उन्होंने कहा कि मुमताज उर्फ अर्जुमंद बानो की म्रत्यु बुरहानपुर में इस स्मारक के बनने से 22 साल पहले हुई । उन्होंने सवाल उठाते हुए आगे कहा कि इतने साल तक अर्जुमंद बानो का मृत शरीर कैसे सुरक्षित रहा इसका कोई प्रमाण नहीं मिलता ।
बता दें कि बुरहानपुर में अर्जुमंद बानो का मकबरा मौजूद है । वहीं उन्होंने इतिहासकार टैवर्नियर, पीटर मुंडी, औरंगजेब के पत्र, पी एन ओक के अनुसंधान से यह सिद्ध होता है कि ताजमहल एक मन्दिर भवन है जिसे हथियाकर जीर्णोद्धार कर मुगल रूप दिया गया है ।