blue city: आपने अपनी प्रारंभिक शिक्षा के दौरान कक्षाओं में पिंक सिटी अर्थात गुलाबी शहर का नाम जरूर सुना होगा और आप यह भी जानते होंगे कि राजस्थान के जयपुर को ही पिंक सिटी या गुलाबी शहर के नाम से जाना जाता है, लेकिन क्या आपको पता है कि भारत में पिंक सिटी के अलावा एक blue city भी है.
संभव है कि आप इस शहर के बारे में ना जानते हो इसलिए आज हम आपको बताएंगे कि भारत के किस शहर को ब्लू सिटी के नाम से जाना जाता है और उसे ब्लू सिटी कहने की वजह क्या है, इसके अलावा हम आपको यह भी बताएंगे कि अगर आप कभी ब्लू सिटी पहुंचते हैं तो आप वहां पर किन-किन जगहों पर घूम सकते हैं
अर्थात इस शहर के मुख्य पर्यटन स्थल के बारे में भी हम आपको अवगत कराएंगे आपके लिए काफी महत्वपूर्ण हो सकती है यह जानकारी ,अतः आप हमारे साथ अभी तक बने रहे।
इस पोस्ट में
सबसे पहले तो आपको यह बता देते हैं कि आखिर भारत में किस शहर को blue city के नाम से जाना जाता है,आपको बता दें कि जिस तरह राजस्थान की जयपुर को पिंक सिटी कहा जाता है ठीक उसी तरह राजस्थान के जोधपुर शहर को blue city के नाम से जाना जाता है,जी हां राजस्थान में ही स्थित जोधपुर शहर का दूसरा नाम ब्लू सिटी भी है
शायद आपने इससे पहले यह नाम ना सुना हो इसलिए आपके लिए थोड़ा आश्चर्यजनक हो सकता है लेकिन हकीकत यही है कि जोधपुर को ब्लू सिटी के नाम से भी जाना जाता है ऐसा क्यों है यह आप आगे समझिए.
अब जबकि आप यह जान चुके हैं कि भारत का जोधपुर ऐसा शहर है जिसे ब्लू सिटी के नाम से जाना जाता है, तब आपके मन में एक जिज्ञासा और उठ सकती है कि आखिर इस शहर को ब्लू सिटी के नाम से जाना क्यों जाता है
तो आपको हम बता दें कि इस शहर में बने हुए अधिकांश घरों और महलों में नीले रंग के पत्थरों का प्रयोग किया गया है और इसी वजह से इसको ब्लू सिटी नाम दिया गया और आज पूरे भारत में इसे ब्लू सिटी के नाम से जाना जाता है।
अब जब बात जोधपुर की चल रही है तो इस पर भी एक नजर डाल देना बहुत जरूरी है कि जोधपुर का इतिहास क्या है हम आपको बता देना चाहते हैं कि आज से लगभग 558 साल पहले राव जोधा ने इस शहर को बनवाया था,
अर्थात राजस्थान का आधुनिक जोधपुर शहर लगभग 558 वर्ष पुराना है इस तरह आप देख सकते हैं कि यह एक लंबा इतिहास अपने अंदर छुपाए हुए हैं इसलिए आपको जब कभी मौका मिले तो आपको भारत के ब्लू सिटी अर्थात जोधपुर घूमने के लिए जरूर जाना चाहिए।
जोधपुर को ब्लू सिटी के अलावा भी एक नाम से पुकारा जाता है और वह नाम है सूर्य की नगरी,अब आपके मन में यह प्रश्न हो सकता है कि ब्लू सिटी के बाद सूर्य की नगरी नाम देने का क्या कारण है
तो आपको बता दें कि जिस तरह घरों में नीले रंग के पत्थरों का प्रयोग करने की वजह से इसका नाम ब्लू सिटी पड़ा ठीक उसी तरह यहां पर सूर्य के बहुत अधिक देर तक रुकने की वजह से इसको सूर्य नगरी के नाम से भी जाना जाता है तो आपने देखा कि किस तरह जोधपुर शहर को इसकी विशेषताओं की वजह से अलग-अलग नामों से पुकारा जाता है।
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हमने आपको जोधपुर के इतिहास और उसकी कुछ विशेषताओं की वजह से उसको जो अलग-अलग नाम दिए गए उनके बारे में बता दिया है,अब आपको यह भी बता देना बहुत जरूरी है कि अगर आप कभी जोधपुर शहर अर्थात ब्लू सिटी या सूर्य की नगरी में आते हैं तो आपको कौन सी जगह है जहां पर जरूर होना चाहिए ,
जोधपुर में आपको उम्मेद भवन मिलेगा इस भवन को 1928 से 1943 के बीच में राजा उमेद सिंह ने बनवाया था, पर्यटन के लिहाज से यह बहुत अच्छी जगह है। इसके अलावा सफेद दूधिया पत्थर से बना.
जसवंत थाडा जिसे राजस्थान का ताजमहल कहा जाता है यह भी पर्यटन की दृष्टि से बहुत अच्छी जगह है।मेहर गढ़ का किला, मंडोर गार्डन ऐसे तमाम जगह है जहां पर आप आराम से घूम सकते हैं और इतिहास और प्रकृति का आनंद उठा सकते हैं।
यह थे जोधपुर शहर के बारे में कुछ खास फैक्ट जो शायद आपको आज से पहले ना पता हों,उम्मीद है यह जानकारी आपको अच्छी लगी होगी ,क्या आप कभी जोधपुर गये हैं जोधपुर शहर के बारे में आपका क्या अनुभव है हमें कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं।