वाराणसी के लहरतारा स्थित सनबीम स्कूल में क्लास-3 एक अच्छा से रेप के मामले में बुधवार को पुलिस ने चेयरमैन दीपक मधोक को हिरासत में लिया है।हालांकि दीपक से विशेष जांच दल (एसआईटी) के सदस्यों की टीम पूछताछ कर रही है। पांच दिन पहले की घटना को लेकर अभी भी लोगों में काफी गुस्सा है। वह यह पूछ रहे हैं कि आखिरकार स्कूल के प्रिंसिपल पर कब कार्यवाही होगी?
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सिगरा थाना इलाके की 9 साल की एक बच्ची लहरतारा स्थिति सनबीम स्कूल में क्लास-3 की छात्रा है। सनबीम स्कूल टॉयलेट में स्वीपर अजय कुमार उर्फ सिंकू ने छात्रा के साथ 26 नवंबर को रेप किया था। उसने बच्ची को धमकाया था कि किसी को अगर वह कुछ बताएगी तो वह उसे बहुत मारेगा। सहमी हुई छोटी सी बच्ची स्कूल से जब घर पहुंची तो मां को अपनी आपबीती सुनाई। इसके बाद से उसके पिता ने घटना के बारे में पुलिस को यह जानकारी दी तो अजय कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया। काशीवासी लामबंद थे कि बच्ची के साथ जो अमानवीय घटना हुई है उसके लिए स्कूल के प्रबंधक जिम्मेदार लोगों पर भी कार्यवाही हो।
काशी वासियों के आक्रोश को देखते हुए ही पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने डीसीपी वरुणा जोन विक्रांत वीर के नेतृत्व में ‘एसआईटी’ का गठन किया था। स्कूल की नरीक्षक व चेयरमैन दीपक मधोक, प्रिंसिपल परवीन कौसर, मैनेजर आदित्य चौधरी, स्टेट मैनेजर दिलीप सिंह, डिप्टी डायरेक्टर अमृता वर्मन तथा इंफरमेरियन करुणा राय से एसआईटी के सामने प्रबंधन की कई खामियां भी उजागर हुई है।
राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम ने स्कूल का निरीक्षण मंगलवार को किया था। तब उन्होंने भी यही माना था की बच्ची से रेप की घटना में प्रबंधन की प्रथम दृष्ट्या गलती है। इसी के बाद से अब यह माना जा रहा है कि स्कूल प्रबंधन के खिलाफ पुलिस भी सख्त कार्यवाही करेगी।