Birla: अनन्या बिड़ला भारत की एक ऐसी बेटी है। जो कि अरबपति होने के बावजूद भी खुद के दम पर अपनी पहचान बनाई है। देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी उनके चर्चे हैं। देश के बड़े बिजनेसमैन कुमार मंगलम बिड़ला की बेटी अनन्या बिड़ला है। जो एक भारतीय उद्योगपति तथा भारत के सबसे बड़े समूह में से एक आदित्य बिड़ला समूह के अध्यक्ष हैं। बेटी को पिता के बिजनेस को संभालने के कई बार मौके मिले। लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा कर खुद के दम पर ही पहचान बनाने की ठानी।
इस पोस्ट में
अनन्या Birla सिंगर है तथा स्वतंत्र माइक्रोफिन की संस्थापक भी हैं। जो ग्रामीण भारत में महिलाओं को लघु वित्त प्रदान करने वाली एक कंपनी है। उन्होंने 17 वर्ष की उम्र में इसकी शुरुआत की थी। अनन्या गिटार तथा संतूर बजाती हैं। कम उम्र में ही उन्होंने संतूर वरदान सीखना शुरू कर दिया था। वो एक आत्मनिर्भर गिटार वादक हैं। विश्वविद्यालय में रहते हुए भी अनन्या ने पब एवं क्लबों में गिटार बजाना एवं गाना शुरू किया।
अनन्या बिड़ला एक ऐसी लड़की है जो इंडिपेंडेंट रहकर बिजनेस करने वालों की भलाई के लिए ही व्यवसाय करना चाहती है। वहीं पर म्यूजिक एवं बिजनेस में अपनी अकेले के दम पर नाम कमा रही हैं। खास बात तो यह है कि फोर्ब्स उन्हें वर्ष 2016 में एशिया की सर्वश्रेष्ठ महिलाओं में से एक बताया था। वर्ष 2018 में उन्हें जिक्यू द्वारा प्रभावशाली भारतीयों की लिस्ट में भी शामिल किया गया था। लोग उनके काम से बेहद प्रभावित हैं।
बता दें कि अनन्या बिड़ला का जन्म 17 जुलाई 1994 को हुआ। उनकी मां का नाम नीरजा बिड़ला है। अनन्या बचपन से ही संगीत प्रेमी है। वो ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र तथा प्रबंधन में स्नातक की पढ़ाई कर रही थी। लेकिन कोर्स पूरा होने से पहले ही उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी, और पूरा का पूरा फोकस कॉलेज में किया। उन्होंने संगीत को ही अपना कैरियर बनाया। जिनको अंग्रेजी गाना पसंद है वह अनन्या को बहुत सुनते हैं एवं उन्हें बहुत पसंद भी करते हैं।
किस नेता को अपना DNA चेक करना चाहिए बता रहे हैं Manish Kashyap
अनन्या के गाने को मिलीयन्स व्यूज मिलते हैं। वो खुद के लिए लिखे हुए गाने भी गाती हैं। उनका अभी तक का सबसे ज्यादा हिट सॉन्ग है। लेट देयर बी लव (रीमिक्स) जिसे लोगों ने बहुत ज्यादा पसंद किया। अनन्या यह कहती है कि संगीत से अधिक खुशी उन्हें किसी ने नहीं दी। उन्होंने 9 साल की उम्र से ही भारतीय शास्त्रीय संगीत का प्रशिक्षण दिया गया था एवं उन्होंने संतूर भी सीखना शुरू कर दिया था। मैं अपनी मां से प्रेरित थी यह एक ऐसा आशीर्वाद है और मैं बहुत आभारी भी हूं।