Agniveer: केन्द्र सरकार द्वारा हाल ही में घोषित की गई सेना भर्ती की नई स्कीम को लेकर हाल ही में काफी विरोध प्रदर्शन हुए हैं । आर्मी में जाने के इच्छुक अभ्यर्थियों ने भविष्य की अनिश्चितता को देखते हुए अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे हैं । ऐसे में केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकारों, व्यावसायिक क्षेत्र की हस्तियों ने अग्निवीरों के भविष्य को लेकर वादें किये हैं । इसी क्रम में अब रेलवे ने भी एक स्कीम अग्निवीरों के लिए लांच करने का प्लान कर रही है । जानकारी के मुताबिक बहुत जल्द रेलवे बोर्ड इस बारे में घोषणा कर सकता है ।
इस पोस्ट में
बता दें कि रेलवे अग्निवीरों को 4 साल बाद रिटायरमेंट के बाद रेलवे की तरफ से फ़ूड स्टॉल्स लगाने का ठेका देने जा रहा है । बता दें कि रेलवे इस पर विचार कर रहा है कि अग्निवीरों को सेवानिवृत्ति के बाद रेलवे स्टेशनों पर खानपान और अन्य वस्तुओं के लिए आवंटित किए जाने वाले ठेके दिए जाएं । रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी है कि रेलवे अग्निवीरों के सुरक्षित भविष्य के लिए कुछ कदम उठाने जा रहा है ।
रेलवे अधिकारी ने बताया कि इस पर प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है और बहुत जल्द घोषणा की जा सकती है । यदि रेलवे द्वारा यह प्रस्ताव पास हो गया तो सेना में 4 वर्ष ड्यूटी देने के बाद जो अग्निवीर रिटायर होंगे उनके भविष्य के लिए यह योजना फायदेमंद हो सकती है । बता दें कि रेलवे अपने रेलवे स्टेशनों पर खानपान और अन्य वस्तुओं के विक्रय के लिए ठेके आवंटित करता है । जो भी इन फ़ूड स्टॉल्स या अन्य ठेकों के अधिकार प्राप्त करता है उसे ठेके 4 साल के लिए आवंटित कर दिए जाते हैं ।
केंद्र सरकार रेलवे में अग्निवीरों को काम दिलवाने के लिए प्रयास कर रही है । रिटायरमेंट के बाद Agniveer का भविष्य खराब न हो इसके लिए केंद्र और राज्य सरकारें तमाम प्रयास कर रही हैं । हाल ही में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की थी कि स्थानीय उत्पादों को रेलवे स्टेशनों के माध्यम से प्रचारित किया जाएगा और उन्हें बेचा जाएगा ।
इसी नीति के तहत रेल मंत्री ने एक स्टेशन एक उत्पाद योजना लांच की थी । अब इसी योजना के लिए सेना से 4 साल बाद रिटायर होकर आने वाले अग्निवीरों को जोड़ा जाएगा । एक रेलवे अधिकारी ने बताया है कि एक स्टेशन एक उत्पाद योजना के तहत अग्निवीरों को फ़ूड स्टॉल्स एवं अन्य स्टाल आवंटित किए जाएंगे ।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा हाल ही में पेश किए गए बजट में रेलवे के अंतर्गत एक स्टेशन- एक उत्पाद योजना की घोषणा करते हुए बजट आवंटित किया गया था । इस योजना के अनुसार रेलवे स्थानीय प्रोडक्ट्स को बढ़ावा देने में मददगार साबित हो सकता है । इसके तहत किसी जिले के सबसे खास और प्रचलित उत्पादों के स्टाल वहां के रेलवे स्टेशन पर लगेंगे । ताकि अन्य राज्यों के यात्री वहां उतरते समय न उन्हें देख एवं खरीद सकेंगे बल्कि इससे भारतीय संस्कृति को भी बढ़ावा मिलेगा ।
आप एक बार सांसद बन गए तो पेंशन फिक्स, लेकिन सेना में नौकरी करिए नो पेंशन जब निरहुआ से हमने पूछा
यदि हम कोई एक उदाहरण लें लें तो लखनऊ के मलिहाबाद के आम जिन्हें मलीहाबादी कहा जाता है , काफी प्रसिद्ध हैं । ऐसे में जब ट्रेन लखनऊ के किसी स्टेशन ( चारबाग, ऐशबाग, लखनऊ जंक्शन आदि) पर रुकेगी तो यात्रियों को यहां स्टॉल्स में मलीहाबादी आम आसानी से मिलेंगे । इससे इस क्षेत्र के उत्पादों को तो बढ़ावा मिलेगा ही साथ मे इससे जुड़े लोगों को रोजगार भी मिलेगा । अब रेल मंत्रालय इसी वन स्टेशन- वन प्रोडक्ट योजना के साथ अग्निवीरों को भी जोड़ने जा रहा है ।
बता दें कि सेना भर्ती की नई योजना अग्निपथ स्कीम के तहत इस वर्ष 40 हजार अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी । 4 साल बाद इनमें से 10 हजार को स्थायी नौकरी मिलेगी जबकि 30 हजार को रिटायरमेंट दे दिया जाएगा । बता दें कि रेलवे रिटायरमेंट के बाद अग्निवीरों को रेलवे स्टेशन के फ़ूड स्टॉल्स और अन्य स्टालों के ठेके आवंटित करने के लिए योजना बना रही है और जल्द ही इसकी घोषणा की जा सकती है ।