G20 Summit 2023: G20 Summit के आयोजन को लेकर दिल्ली में तक़रीबन सारी तैयारियां हो चुकी है। विदेश से सिक्योरिटी की खास फोर्स को बुलाकर सुरक्षा के भी इंतजाम किए गए हैं। विश्व के 20 सदस्य देशों के प्रेसिडेंट इस महासम्मेलन में हिस्सेदारी करेंगे। वही हमारे देश ने नौ गैर सदस्य देशों को भी इस सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए इनविटेशन भेजा है।
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जी20 सम्मेलन 8 से 10 सितंबर के दरमियान दिल्ली (G20 Summit, New Delhi ) में आयोजित होगा। यह पहला ऐसा मौका है जब इतना बड़ा इंटरनेशनल सबमिट हमारे देश में आयोजित होने वाला है। जी-20 की इस बैठक में रुस, अमेरिका ब्रिटेन,चीन से लेकर जापान तक बड़े-बड़े देशों के प्रेसिडेंट उपस्थित रहेंगे। ऐसे में सभी लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि आखिर यह जी-20 क्या है और इसका आयोजन क्यों होता है? जी-20 से हमारे देश को क्या फायदा होगा ? चलिए इन सभी सवालों के जवाब हम जानते हैं,
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सड़कों से लेकर इमारत तक को सजाया गया है। इसी महीने की 7 तारीख को ही जी-20 देशों और यूरोपियन यूनियन से लेकर कई अन्य देशों के प्रेसिडेंट दिल्ली पहुंचने वाले हैं।
g20 गवर्नमेंट और सेंट्रल बैंक के लिए एक इंटरनेशनल स्टेज है। इसके मेंबर्स की संख्या के आधार पर इसका नाम g20 रखा गया है। g20 इंटरनेशनल इकोनामिक सहयोग, मानव तस्करी, आतंकवाद और ग्लोबल वार्मिंग जैसे अहम मुद्दों पर राय निश्चित करने का मुख्य मंच है। जी-20 मेंबर्स ग्लोबल ग्रॉस डॉमेस्टिक प्रोडक्ट (global gross domestic product) का करीब 85% वैश्विक व्यापार का 75% से ज्यादा और विश्व जनसंख्या का करीब दो तिहाई प्रतिनिधित्व करते हैं। दुनिया की दो तिहाई आबादी यहां रहती है।
साल 1999 में G20 (G20 Summit 2023)की स्थापना हुई थी और इसका पहला सम्मेलन दिसंबर 1999 में जर्मनी की राजधानी बर्लिन में हुआ था पुस्तक अंतरराष्ट्रीय वित्तीय स्थिरता (international financial stability) को बढ़ावा देने से जुड़ी पॉलिसी पर चर्चा के उद्देश्य से इसका गठन किया गया था।
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ग्रुप ऑफ ट्वेंटी G20 में जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया,अर्जेंटीना, सऊदी अरब, ब्राजील, कनाडा, जापान, चीन, फ्रांस, भारत, इटली, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, इंडोनेशिया , तुर्किये, यूनाइटेड किंगडम, यूरोपीय संघ, संयुक्त राज्य अमेरिका और दक्षिण अफ्रीका शामिल है।
G20 का कोई परमानेंट सचिवालय या ऑफिस नहीं है। साल 2023 में g20 का सम्मेलन 9 से 10 सितंबर के बीच राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में होगा।
पहले जी-20 सम्मेलन साल 2008 में 14 – 15 नवंबर को अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में आयोजित हुआ था। उसे समय जॉर्ज बुश अमेरिका के राष्ट्रपति थे और साल 2009 में भी अमेरिका ने ही इस समिट की होस्टिंग की थी। भारत 2023 में पहली बार ही इस सम्मेलन की होस्टिंग कर रहा है और यह G20 का 18 वां सम्मेलन है।
हमारे देश के पास 1 दिसंबर 2022 से 30 नवंबर 2023 तक जी-20 की अध्यक्षता (G20 presidency) है। जी-20 की अध्यक्षता करने वाला देश दूसरे सदस्यों के परामर्श से और वैश्विक अर्थव्यवस्था में विकास के जवाब में G20 एजेंडा साथ लाने के लिए जिम्मेदार होता है।
भारत में आयोजित होने वाले g20 सम्मेलन का लोगों राष्ट्रीय ध्वज से प्रेरित है। इस लोगों में केसरिया, सफेद,हरे और नीले रंग के इस्तेमाल से भारत के राष्ट्रीय फूल कमल को पृथ्वी के साथ दिखाया गया है जो चुनौतियों के बीच विकास को बता रहा है। वही कमल का प्रतीक लोगो में आशा का प्रतिनिधित्व कर रहा है और लोगो (g20 summit 2023 logo ) के नीचे देवनागरी लिपि में “भारत” लिखा हुआ है।