Veg Or Non Veg: आपको पता है कि यह दौर मिलावट का है किसी भी खाद्य सामग्री में कुछ भी मिला हो सकता है ऐसे में यह अंतर कर पाना कि कौन सा खाद्य पदार्थ शाकाहारी है और कौन सा खाद्य पदार्थ मांसाहारी बहुत ही कठिन कार्य है और प्रायः इसी भ्रम में कई बार शाकाहारी लोग मांसाहारी वस्तुओं का सेवन कर लेते हैं और मांसाहारी लोग तो मांसाहारी भोजन करते ही हैं।
ऐसे कई प्रकरण आए हैं जब वह होटल वाले अथवा दुकान वाले यह बात स्पष्ट नहीं कर सके कि उनका खाद्य पदार्थ शाकाहारी है या मांसाहारी और यह विवाद बढ़ते चले गए, इन सभी विवादों के मद्देनजर FSSAI ने यह स्थिति स्पष्ट कर दी है कि अब प्रत्येक खाद्य पदार्थ निर्माता को यह आवश्यक रूप से बताना होगा कि उसके खाद्य पदार्थ में शाकाहार एवं मांसाहार की क्या प्रतिशतता है।
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आपको बता दें कि जो नए नियम निकल कर सामने आ रहे हैं उन से यह स्पष्ट हो रहा है कि अब खाद्य पदार्थ निर्माताओं को अपने पैकेट्स पर या अपने मेनू में यह बात स्पष्ट करनी होगी कि उनके खाद्य पदार्थ में कौन से तत्व किस मात्रा में मिले हुए हैं अर्थात अगर किसी प्रोडक्ट में मांसाहार की जरा भी मात्रा प्रयोग की गई है तो उसे स्पष्ट तौर पर लिखना होगा।
यह मात्रा कितनी कम है अथवा कितनी अधिक है, यह महत्वपूर्ण नहीं है महत्वपूर्ण यह है कि उसमें मांस मिला है या नहीं यह स्पष्ट तौर पर लिखा जाए, ऐसा होने पर शाकाहारी लोग अनजाने में मांसाहारी खाद्य पदार्थ का सेवन करने से बच जाएंगे।
आपको यह बताना भी बहुत जरूरी है कि आखिर वह कौन से खाद्य पदार्थ हैं जिनका सेवन करते समय व्यक्ति कंफ्यूज हो जाता था,कि वह शाकाहारी है या मांसाहारी तो आपको बता दें कि बर्थडे पर बनने वाले केक पेस्ट्री पिज़्ज़ा इत्यादि ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जिनको खाते समय व्यक्ति नहीं समझ पाता था कि कौन से तत्व में कितने मात्रा में मिला हुआ हैं.
प्रायः शाकाहारी व्यक्ति कई बार मांसाहारी भोजन (Veg Or Non Veg) कर लेते थे लेकिन अब आपको स्पष्ट तौर पर यह पता चलेगा कि किस खाद्य पदार्थ में किस मात्रा में कौन सा तत्व मिलाया गया है।
एक बड़ा प्रश्न यह है कि अगर आप पेस्टी,केक या अन्य कोई चीज खरीदना चाहते हैं तो आप यह कैसे पहचानेंगे कि उनमें मांस मिला हुआ है तो आपको बता दें कि अगर आप कोई पैकेट खरीदते हैं जो पैकेट में बंद है तो उस पैकेट पर प्रोडक्ट में मिले हुए सभी पदार्थों की प्रतिशत मात्रा लिखी होगी, जिसको पढ़ कर आप अंदाजा लगा सकेंगे.
इसके अलावा आप कोई ऐसी खाद्य सामग्री खरीदते हैं जो पैक नहीं है तो उस पर आपको लाल रंग का निशान मिलेगा, ऐसा एफएसएसएआई ने कहा है इससे अब आप स्पष्ट तौर पर पहचान पाएंगे कि कौन सा पदार्थ शाकाहारी है और कौन सा पदार्थ मांसाहारी।
आपको बता दें कि बहुत सारे होटल संचालक ऐसे हैं जो यह स्पष्ट नहीं करते कि वह जो खाद्य सामग्री परोस रहे हैं उसमें क्या-क्या मिलाया गया है तो ऐसे में सभी संचालकों पर अब कार्यवाही भी हो सकती है क्योंकि अब यह एकदम स्पष्ट कर दिया गया है कि ग्राहक को आपको यह बताना पड़ेगा कि आपने अपने खाद्य पदार्थ में क्या-क्या मिलाया है, अगर कोई होटल संचालक इस बात की स्पष्ट जानकारी नहीं देता है तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जा सकती है।
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एक बात आपको और बता देना चाहते हैं कि अगर आप किसी होटल या रेस्तरां में भोजन करने के लिए जाते हैं तो आप जो भी चीजें खाने के लिए मंगाते हैं
उन चीजों में क्या-क्या मिलाया गया है इसकी जानकारी प्राप्त करना आपका अधिकार है, अतः इस बात में कभी भी संकोच नहीं होना चाहिए ना ही किसी से किसी तरीके का डर होना चाहिए और स्पष्ट तौर पर यह पूछने की हिम्मत आनी चाहिए कि इस सामग्री में या इस खाद्य पदार्थ में कौन-कौन सी सामग्री मिलाई गई है क्योंकि आप एक उपभोक्ता है और उपभोक्ता अधिकार आपको शक्ति देता है कि आप सामने वाले से यह पूछ सके कि भोजन शाकाहारी है या मांसाहारी (Veg Or Non Veg).
संभव है कि आप भी कई बार ऐसी स्थितियों में पड़े हो जब आप स्पष्ट तौर पर यह निर्णय न ले सके हों कि भोजन शाकाहारी है या मांसाहारी तो आगे से आप इस जानकारी का उपयोग करके यह जान सकेंगे कि आपके सामने जो भोजन रखा है वह शाकाहारी है या मांसाहारी इसलिए मुझे लगता है यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण होगी बाकी शाकाहार और मांसाहार पर आप क्या सोचते हैं हमें जरूर बताएं।