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IAS Tushar Sumera की Post Viral, कहा- दसवीं के नंबर से नहीं होता जीवन में सफलता और असफलता का फैसला

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IAS Tushar Sumera

IAS Tushar Sumera: किसी के अगर कम नंबर आते हैं तो लोग बताने में संकोच करते हैं कि उनके कितने नंबर आए हैं। लेकिन हम आज आपको एक ऐसे इंसान के बारे में बताने जा रहे हैं। जिन्होंने सोशल मीडिया पर यह सब को बताया कि उनके अंग्रेजी में 100 में से केवल 35 नंबर आए थे। ऐसे ही मैथ में 100 में से 36 नंबर तथा साइंस में 38 नंबर आए थे। ये उनके दसवीं क्लास के नंबर थे। हालांकि दसवीं क्लास में पास होने के लिए कम से कम 33 नंबर होना चाहिए। तो ये लगभग पासिंग मार्क्स ही थे।

IAS Tushar Sumera के केवल पासिंग मार्क्स आए दसवीं क्लास में


यह मार्क्स भरूच के कलेक्टर तुषार सुमेरा के है। उन्होंने अपनी मार्कशीट शेयर करते हुए यह लिखा कि उनके दसवीं क्लास में केवल पासिंग मार्क्स आए थे। इतनी नंबर लाने के बाद उनके न सिर्फ पूरे गांव में बल्कि स्कूल में भी यही कहा गया था कि वह कुछ नहीं कर सकते।

कुछ नहीं कर सकते…

IAS Tushar Sumera



जिनके लिए यह कहा कि कुछ नहीं कर सकते वह अब आई ए स हैं। Tushar D. Sumera ने वर्ष 2012 में आईएएस एग्जाम पास किया तथा वह आईएस बन गया। छत्तीसगढ़ कैडर के 2009 बैच के आईएएस Awanish Sharan ने उनकी मार्कशीट का जब ट्वीट किया तो उन्होंने भी D. Sumera उन्हें ट्वीट पर थैंक यू सर लिखा।

नंबर नहीं बल्कि टैलेंट मायने रखता है


उनका यह रिकॉर्ड इस बात का जीता जागता उदाहरण है कि सफलता के लिए नंबर नहीं बल्कि टैलेंट मायने रखता है। आईएस बनने से पहले IAS Tushar Sumera ने बीए एवं b.ed की डिग्री हासिल की। इसके बाद से उन्होंने असिस्टेंट टीचर की नौकरी की। नौकरी के दौरान ही उन्होंने अपना टारगेट सेट किया कि उन्हें IAS बनना है। वर्ष 2012 में उन्होंने यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा पास की इसके साथ ही वह रैंक पाकर भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी भी बने।

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IAS Tushar Sumera

प्रधानमंत्री भी IAS Tushar Sumera के कामों की तारीफ कर चुके हैं


आपको बता दें कि दसवीं के अंक से यह बिल्कुल भी तय नहीं किया जा सकता कि आप भविष्य में सफल होंगे या फिर नहीं। आईएएस अधिकारी अविनाश शरण ने इस ट्वीट का भरूच कलेक्टर तुषार सुमेरा ने जवाब देते रिट्वीट कर लिखा कि धन्यवाद सर। भरुचा में उत्कर्ष पहल अभियान के अंतर्गत किए गए तुषार के कामों की पीएम नरेंद्र मोदी भी तारीफ कर चुके हैं।

लगन हो तो कुछ भी असंभव नहीं



IAS के इस ट्वीट पर तमाम यूजर्स ने रिजेक्ट किया है। खबर लिखे जाने तक ही 12.5 हजार से अधिक लोगों ने इस पोस्ट को लाइक किया है। जबकि वहीं पर 2200 से ज्यादा लोग इस पोस्ट को रिट्वीट कर चुके हैं। एक यूजर्स ने यह कहा कि डिग्री नहीं टैलेंट मैटर करता है। पर दूसरे यूजर्स ने लिखा की काबिलियत मार्क, ग्रेड और रैंक नहीं करती। वहीं पर एक अन्य शख्स ने लिखा कि लगन हो तो कुछ भी असंभव नहीं।


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