UP Election 2022 : बुधवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान ही बीजेपी सांसद कमलेश पासवान को इशारों ही इशारों में कांग्रेस में आने का न्योता दिया। सिर्फ इतना ही नहीं राहुल गांधी ने कमलेश पासवान की तारीफ करते हुए या कहा कि पासवान जी आप बहुत अच्छा बोलते हैं। मुझे यह लगता है कि आप गलत पार्टी में है। इस पर बीजेपी सांसद ने उन्हें संसद में ही करारा जवाब दिया तथा इसके बाद गुरुवार को भी हम 24 कैरेट खरे बीजेपी कार्यकर्ता हैं, कह कर एक बार फिर जवाब दे दिया।
UP Election 2022 ठीक ऐसा ही एक वाक्य दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई के साथ भी हुआ था। इस संबंध में उन्होंने जो जवाब दिया था वह आपको सुनना चाहिए। उन्होंने संसद में कहा कि बार-बार इस पर चर्चा में एक स्वर सुनाई देता है की बाजपेई तो अच्छा है मगर पार्टी… इसी के बाद से अटल बिहारी बाजपेई अपने अंदाज में सिर हिलाते हुए ही चुप हो जाते हैं। जबकि विपक्षी खेमे की ओर से आवाज आती है सही बात है सही बात है।
इस पोस्ट में
UP Election 2022 आपको बता दें कि अटल बिहारी वाजपेई बहुत ही अच्छे वक्ता थे। वह कहीं पर भी किसी भी जगह चुप रहने वाले नहीं थी। विपक्षी के सही बात का जवाब देते हुए कहा कि अच्छा तो अच्छे बाजपेई का आप क्या करने का इरादा रखते हैं? यही सुनती ही पूरा सदन ठहाको से गूंज उठता है। स्वयं ही अटल बिहारी वाजपेई भी मुस्कुराते हुए दिखाई दिए। ठीक उनके पीछे बैठे प्रमोद महाजन हंसते दिखाई देते हैं। हालांकि कई सांसद संसद की टेबल को थपथपाते हुए दिखते हैं।
‘यूपी में का बा’ के बाद अब यूपी में का भहिल, नया गाना आ गया ट्रेंड में
कैसे बनी माफिया क्वीन ऑफ मुंबई, गंगूबाई के एक जवाब से नेहरू जी हो गए थे नतमस्तक
UP Election 2022 इसके बाद से एक बार फिर अटल बिहारी वाजपेई शांत होकर मुस्कुराते हुए इस माहौल का लुफ्त लेते हुए दिखते हैं। अटल बिहारी वाजपेई का कुछ अंदाज ही ऐसा था कि विपक्ष भी उन्हें नजरअंदाज नहीं कर पाता था। शांत भाव से ही कहीं गई उनकी गंभीर बातों का विपक्ष भी लूट लेता था। इसी चर्चा के अंत में अटल बिहारी बाजपेई ये कहते हुए अपना भाषण खत्म करते हैं कि अध्यक्ष महोदय मैं अपना त्यागपत्र राष्ट्रपति महोदय को देने जा रहा हूं।
UP Election 2022 दरअसल यह वाक्य 1996 का है। हालांकि उनकी 13 दिन की सरकार कॉन्फिडेंस मोशन पास नहीं कर पाई थी। जबकि संसद में दिया गया उनका यह भाषण 27 मई 1996 का है। जिस प्रकार से भाजपा नेता कमलेश पासवान से कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने यह कहां अब बहुत अच्छा बोलते हैं लेकिन अब गलत पार्टी में है। तो वहीं पर अटल बिहारी वाजपेई की इस भाषण की याद आ गई।