UP CM Yogi Adityanath: महाराष्ट्र में एक तरफ जहां लाउडस्पीकर को लेकर हल्ला मचा हुआ है वहीं पर दूसरी तरफ उन्हें उतरवाने के लिए मनसे कार्यकर्ता मैदान में उतर चुके हैं। तो वहीं पर एक तरफ यूपी में बिना शोरगुल के लाउडस्पीकर तेजी से उतर रहे हैं। न कहीं कोई विवाद हो रहा है और ना ही कहीं कोई हंगामा। UP CM Yogi Adityanath ने मंगलवार को यह बताया कि प्रदेश में लगभग एक लाख लाउडस्पीकर उतारे जा चुके हैं।
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सीएम योगी आदित्यनाथ ने यह कहा है कि हमारी सरकार ने इस मुद्दे को बहुत अच्छे से हैंडल किया है। पूरे यूपी में विभिन्न धार्मिक स्थलों से लगभग एक लाख लाउडस्पीकर उतारे जा चुके हैं। इतनी बड़ी संख्या में लाउडस्पीकर उतर जाने से अब पूरे यूपी में शोर भी कम हुआ है। वहीं पर सबसे खास बात यह है कि लाउडस्पीकर हटाने के दौरान ही कहीं भी अभी तक कोई विवाद नहीं हुआ है। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस लगातार लाउडस्पीकर के खिलाफ अभियान चला रही हैं।
UP CM Yogi Adityanath ने एक और भी मुद्दे पर अपनी सरकार की पीठ थपथपाई। उन्होंने कहा है कि हमने सिर्फ लाउडस्पीकर वाले मुद्दे पर ही नहीं बल्कि रोड पर नवाज वाले मछली का भी समाधान बहुत अच्छे से निकाला है। हमने सबको यह सख्त हिदायत दी थी कि रोड पर नमाज में पढ़ी जाए। कोई भी अब रोड पर नमाज नहीं कर रहा है। इसके बाद से भी ईद जैसे मौके पर भी कहीं से भी रोड पर नमाज पढ़ने की खबर सामने नहीं मिली है। लो खुद ही आगे आकर इस आदेश का पालन भी कर रहे हैं तथा रोड की जगह करो या फिर मस्जिदों में नमाज पढ़ रहे हैं।
धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर के उपयोग पर विवाद से जूझती हुए। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार ने अभी हाल ही में केंद्र के पाले में गेंद डालने के फैसले ने सत्तारूढ़ महाविकास आघाडी गठबंधन के अंतर्निहित अंतर विरोधी तथा मजबूरियों को फिर से सामने ला दिया है। हालांकि विवाद को लेकर एमबीए गवर्नमेंट पर निशाना साधते हुए प्रमुख विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने यह पूछा है कि राज्य में लाउडस्पीकर के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट की वर्ष 2005 के विदेश को लागू करने के लिए वह अनिच्छु क्यों थी।
लाउस्पीकर विवाद के बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बड़ी पहल भी की है। सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद से धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर भी उतारे गए हैं या फिर उनकी आवाज भी धीमी कर दी गई है। एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार का यह कहना है कि ध्वनि प्रदूषण को लेकर जारी दिशानिर्देश का सख्ती से अनुपालन भी कराया जा रहा है।
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यूपी के एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने यह कहा है कि अभी तक 40000 ऐसे प्रकरण हैं। जिसमें लाउडस्पीकर की ध्वनि क्यों हुई कम किया गया है ऑनलाइन स्पीकर हटाए जा चुके हैं। इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि लोगों ने अपनी मर्जी से या काम किया है तथा सभी धर्म गुरुओं ने भी इस आदेश का स्वागत किया है।
आपको बता दें कि इससे पहले भी UP CM Yogi Adityanath ने यह कहा था कि सभी को धार्मिक स्वतंत्रता है। लेकिन माईक की आवाज धार्मिक परिषद के बाहर नहीं जानी चाहिए। उनकी निर्देश के बाद से ही गोरखनाथ मंदिर के Loudspeaker की आवाज को भी कम कर दिया गया था। प्रदेश के कई अन्य प्रमुख धार्मिक स्थलों में भी Loudspeaker की आवाज़ धीमी कर दी गई है।