आज स्वच्छ भारत मिशन और अटल मिशन के दूसरे चरण 2.0 की प्रधानमंत्री ने शुरुआत कर दी है। इस योजना का खास मकसद जल संरक्षण तथा शहरों को कचरा मुक्त करना है। आज इस योजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के डॉक्टर अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में लांच किया। इस कार्यक्रम में शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी के अलावा दूसरे राज्यों व केंद्र शासित प्रदेश के शहरी विकास मंत्री भी मौजूद थे।
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पीएम ने बताया कि अटल मिशन के दूसरे चरण का लक्ष्य लगभग 2.64 करोड़ शिविर कनेक्शन प्रदान करें करीब 2.7 करोड़ कनेक्शन, 500 अमृत शहरों में सीवरेज, सेप्टेज का शत प्रतिशत कवरेज करते हुए 4700 शहरी स्थानीय निकायों में पेयजल की आपूर्ति का सौ फ़ीसदी कवरेज प्रदान करना है। प्रधानमंत्री के अनुसार 10.5 करोड़ से अधिक लोगों को इससे शहर क्षेत्र में लाभ होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन तथा अटल मिशन भारत में तेजी से शहरीकरण की चुनौतियों का प्रभावी ढंग से समाधान करने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ने के साथ ही साथ सतत विकास लक्ष्य 2030 की उपलब्धि में योगदान करने में मददगार साबित होंगे।
स्वच्छ भारत मिशन सभी शहरों को बनाना तथा अटल मिशन के तहत आने वाले शहरों के अलावा अन्य सारे शहरों में धूसर व काले पानी के प्रबंधन को सुनिश्चित करना है। सारे शहरी स्थानीय निकायों को शौच से मुक्त व एक लाख से कम जनसंख्या वाले को शौच से मुक्त करने की परिकल्पना करता है। जिससे कि शहरी क्षेत्रों में सुरक्षित स्वस्थ स्वच्छता के लक्ष्य को पूरी तरह से पूरा किया जा सके।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि जब देश ने सन् 2014 में अभियान शुरू किया था। तब से प्रत्येक दिन पैदा होने वाला वेस्ट का 20 फ़ीसदी से भी कम प्रोसेस होता था। हम आज लगभग 70 फ़ीसदी डेली वेस्ट प्रोसेस कर रहे हैं। हालांकि हमें अब इसे 100 फ़ीसदी तक लेकर जाना है। मिशन 2.0 के अंतर्गत हमें शहरों से कूड़े की पहाड़ों को आधुनिक तकनीक के जरिए खत्म करना होगा। साथ ही यह भी ध्यान देना होगा कि सीवेज सिस्टम दुरुस्त हो तथा घरों से निकलने वाला गंदा पानी नदियों में न मिले। इसी पर आधारित मिशन 2.0 होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुझे बेहद ही खुशी होती है कि स्वच्छता अभियान का बीड़ा हमारे युवा उठा रहे हैं। अब टॉफी के रैपर जमीन पर इधर-उधर नहीं फेक जाते, बल्कि जेब में रखे जाते हैं। छोटे बच्चे भी अब बड़ों को टोकते हैं कि गंदगी मत करिए। स्वच्छता हर किसी का, हर पखवाड़े, हर साल, पीढ़ी दर पीढ़ी, हर दिन चलने वाला अभियान है।