Categories: News

Success Story: IT कंपनी की नौकरी छोड़कर आ गए गांव, 1 एकड़ खेत से सैलरी से 7 गुना इनकम

Published by

Success Story: कन्नौज जिले के तालग्राम क्षेत्र के रहने वाले फरहान आज हर जगह चर्चा का विषय बने हुए हैं। कारण है उनकी खेती में असाधारण सफलता। फरहान ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद नोएडा और दिल्ली के आईटी सेक्टर में कई जगह नौकरी की। शुरुआती दिनों में उनकी सैलरी 20 से 25 हजार रुपये के बीच रही। हालांकि, उन्होंने महसूस किया कि इस सैलरी में न तो उनके खर्चे पूरे हो रहे थे और न ही भविष्य में कोई बड़ी बचत हो पा रही थी। इसके चलते उन्होंने कुछ अलग करने का फैसला किया।

Success Story

गांव लौटने का फैसला

जब फरहान गांव लौटे, तो उनकी मुलाकात गांव के प्रधान जी से हुई। प्रधान जी ने उन्हें ऑर्गेनिक खेती के फायदे समझाए और टमाटर की खेती का सुझाव दिया। फरहान ने इस सलाह पर गौर किया और 1 लाख रुपये की लागत से 1 एकड़ जमीन पर टमाटर की खेती शुरू की। उनके इस प्रयोग ने उन्हें ऐसी सफलता दिलाई जिसकी उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की थी।

पहले ही सीजन में सात गुना मुनाफा

फरहान ने बताया कि उनकी टमाटर की फसल से उन्हें पहले ही सीजन में 7 से 8 लाख रुपये का मुनाफा हुआ। उन्होंने कहा, “जहां मैं 25-30 हजार की नौकरी करके सालभर में इतना पैसा नहीं बचा सकता था, वहीं एक सीजन में ही मेरी फसल ने मुझे इससे कई गुना ज्यादा आय दी।”

Success Story Success Story

फसल की लागत के बारे में बात करते हुए फरहान ने बताया कि उन्होंने आरआरसी सेंटर से ऑर्गेनिक खाद ली और अच्छी क्वालिटी के बीज का इस्तेमाल किया। टमाटर की फसल के लिए उन्होंने वैज्ञानिक तरीके अपनाए और ऑर्गेनिक खाद के साथ-साथ स्थानीय संसाधनों का भी सही उपयोग किया।

खेती से मिली नई पहचान

फरहान की इस सफलता ने उन्हें गांव और आसपास के इलाकों में एक नई पहचान दिलाई है। कन्नौज में जहां आलू की खेती बड़े पैमाने पर होती है, वहां फरहान ने टमाटर की खेती कर एक नई मिसाल कायम की। अब वह अन्य किसानों को भी ऑर्गेनिक खेती के फायदों के बारे में जागरूक कर रहे हैं।

नौकरी छोड़कर खेती को अपनाने का सफर

फरहान ने बताया कि नौकरी के दौरान उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ा। उन्हें अक्सर 2-3 महीने में नौकरी बदलनी पड़ती थी और सैलरी भी उनकी उम्मीदों के अनुसार नहीं थी। बड़े शहरों में रहने का खर्च भी काफी अधिक था, जिससे बचत करना मुश्किल हो जाता था।

गांव लौटने के बाद उनकी जिंदगी में बड़ा बदलाव आया। खेती ने उन्हें न केवल आर्थिक मजबूती दी, बल्कि आत्मनिर्भरता का भी अहसास कराया। फरहान का कहना है, “अब मैं नौकरी करने के बजाय नौकरी देने लायक बन गया हूं। मेरे इस कदम से न केवल मेरा जीवन बदला है, बल्कि मैं गांव के अन्य युवाओं को भी प्रेरित कर पा रहा हूं।”

20 रुपए के लिए 22 साल लड़ी लड़ाई, रेलवे को करना होगा 20 रुपए के बदले इतनी भरपाई

Places of Worship Act 1991: भारत खोदो योजना में हर रोज मस्जिदों की लिस्ट बढ़ती जा

Success Story Success Story

भविष्य की योजनाएं

Success Story: फरहान अब टमाटर की खेती के साथ-साथ अन्य फसलों पर भी प्रयोग करने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऑर्गेनिक खेती की बढ़ती मांग को देखते हुए वह इस दिशा में और प्रयास करेंगे। इसके अलावा, वह एक आधुनिक कृषि केंद्र स्थापित करना चाहते हैं, जहां किसान नई तकनीकों और संसाधनों के बारे में जानकारी हासिल कर सकें।

खेती में संभावनाओं का नया दौर

Success Story: फरहान का यह कदम यह साबित करता है कि यदि सही तरीके से प्रयास किया जाए, तो खेती से भी शानदार आय हो सकती है। उनकी कहानी उन युवाओं के लिए प्रेरणा है जो बड़े शहरों की भागदौड़ भरी जिंदगी से परेशान होकर गांव लौटने की सोच रहे हैं। फरहान ने न केवल अपनी किस्मत बदली, बल्कि यह भी साबित किया कि खेती आज के दौर में भी फायदे का सौदा हो सकती है।

डिस्क्लेमर:
इस लेख में दी गई जानकारी रिपोर्टर और संबंधित व्यक्ति के अनुभवों पर आधारित है। खेती से संबंधित मुनाफा कई कारकों जैसे भूमि की उर्वरता, जलवायु, संसाधनों की उपलब्धता, और अपनाई गई तकनीकों पर निर्भर करता है। किसी भी प्रकार की खेती शुरू करने से पहले विशेषज्ञों की सलाह और स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार योजना बनाना आवश्यक है। लेख में बताए गए आंकड़े व्यक्तिगत अनुभवों पर आधारित हैं और हर किसी के लिए समान परिणाम की गारंटी नहीं देते।

Barkat

Wanna success...

Recent Posts