Sri Lanka: मंगलवार को श्रीलंका में हिंसा को रोकने के लिए शूट-ऑन-साइट यानी कि देखते ही देखते मारने का आदेश दे दिया गया। मंगलवार की शाम को श्रीलंका के रक्षा मंत्रालय ने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने या फिर लोगों की जान को खतरे में डालने वाले किसी भी व्यक्ति को देखते ही गोली मारने का आदेश जारी किया है। अपनी खराब आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका में हिंसा देखने को मिल रही है। इसी दौरान कई जगहों पर आगजनी की गई है। लूट तथा तोड़फोड़ की घटनाएं भी सामने आई हैं। रक्षा मंत्रालय द्वारा यह फैसला हिंसा को रोकने के मद्देनजर यह उठाया गया है।
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गौरतलब है कि रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता नलिन हेराथ ने यह कहा है कि सुरक्षा बलों को आदेश दे दिया गया है कि सार्वजनिक संपत्ति को लुटने या फिर किसी की भी जिंदगी को नुकसान पहुंचाने वाले किसी भी व्यक्ति को देखते ही गोली मार दी जाए। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है। जब भीड़ ने सत्ताधारी नेताओं के घरों को ही अपना निशाना बनाया है। इसके तुरंत बाद से ही आपातकालीन शक्तियों को देश की सेना तथा पुलिस के हाथों में सौंप दिया गया।
वह अब बिना किसी वारंट के ही लोगों को गिरफ्तार कर सकते हैं। हालांकि सेना के लिए नई शक्तियों का यह मतलब है कि वह लोगों को पुलिस को सौंपने से पहले 24 घंटे तक हिरासत में रख सकते हैं।
Sri Lanka में पीएम महिंदा राजपक्षे के खिलाफ बीते कई हफ्तों से प्रदर्शन जारी था। इस बीच देश में हिंसा फैलनी भी शुरू हो गई। इसी हिंसा में एक सांसद सहित लगभग 7 लोगों की मौत भी हो गई है तथा सैकड़ों से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। जिसके बाद से राजपक्षे ने यह ऐलान किया है कि वह इस्तीफा दे रहे हैं। लेकिन बावजूद इसके हिंसा नहीं रुके बल्कि और भी ज्यादा भड़क गई है। प्रदर्शनकारियों ने राजपक्षे के घर तथा उनके समर्थकों को निशाना बनाना शुरू कर दिया। राजपक्षे के पैतृक घर को भी आग लगा दी गई।
तभी से लगातार ही आगजनी तथा हिंसा का यह सिलसिला जारी है। अभी भी पूर्व मंत्री जाॅन्सटन फर्नेडो के घर को भी प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया है।
दरअसल Sri Lanka में चल रहे संकट को लेकर ही कई प्रकार की अफवाहें भी चल रहे हैं। जिसमें यह भी कहा जा रहा है कि श्रीलंका के कई नेता तथा परिवार के साथ भाग कर भारत चले गए हैं। लेकिन अभी भी भारतीय हाई कमीशन की ओर से इसे गलत जानकारी बताया है। इसके साथ ही ऐसी तमाम खबरों को भी खारिज किया है।
मंगलवार को Sri Lanka में सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने राजपक्षे परिवार के वफादारों को देश से भागने से रोकने के लिए कोलंबो में भंडार नायके अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे यानी कि बीआईए की तरफ जाने वाली सड़क पर एक जांच चौकी बना डाली। कोलंबो में बीआईए को स्थानी तौर पर काटूनायके हवाई अड्डा भी कहा जाता है। इसके बाद से महिंदा ने अपनी पत्नी तथा परिवार के साथ ही आधिकारिक निवास टेंपल ट्रिज छोड़ दिया तथा श्रीलंका के पूर्वोत्तर तट पर स्थित बंदरगाह शहर ट्रिकोमाली के नौसैनिक अड्डे पर ही शरण ली है।
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टेंपल ट्रीज में घुसने की कोशिश कर रही भीड़ को काबू में करने के लिए ही पुलिस ने सोमवार की रात को आंसू गैस के गोले छोड़े। मंगलवार की सुबह महिंदा तथा उनके परिवार को आधिकारिक आवाज से निकालने के दौरान भीड़ को पीछे रखने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े एवं चेतावनी के तौर पर ही हवा में गोलियां चलानी पड़ी। महिंदा राजपक्षे तथा उनके परिवार के कुछ सदस्यों के वहां पहुंचने की खबरों के बाद से त्रिंकोमाली नौसैनिक अड्डे के सामने विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया।
सोमवार को ही प्रदर्शनकारियों ने हंबनटोटा में राजपक्षे के पैतृक घर, 18 सांसदों, 14 पूर्व मंत्रियों तथा राजपक्षे परिवार के प्रति वफादार नेताओं के घरों पर हमला किया। अस्पताल के सूत्रों के अनुसार इसी बीच हाल की जड़ों में ही घायल हुए लोगों की संख्या बढ़कर 249 हो गई है जबकि 7 लोगों की मृत्यु भी हुई है।