Sri Lanka: गंभीर आर्थिक संकटों से जूझ रहे भारत का पड़ोसी देश श्रीलंका में हालात लगातार खराब हो रहे हैं। सोमवार को देश के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने हालत खराब देखते हुए इस्तीफा दे दिया। पूरे देश में कर्फ्यू लगा है लेकिन अलग-अलग जगहों से बवाल की खबरें आ रही हैं। प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे, मंत्रियों, सांसदों और मेयरों के घरों में घुस कर आग लगा दी है। राजपक्षे के सरकारी आवास के बाहर से भी लोगों के आपस बवाल की खबरें आ रही हैं। अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है और 150 लोग अब तक घायल हैं। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या श्रीलंका गृहयुद्ध की ओर बढ़ रहा है।
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Sri Lanka के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के इस्तीफे के बाद सोमवार को बवाल और हिंसा बढ़ गई। प्रदर्शनकारियों पर सरकार समर्थक समूहों के लोगों ने हमला कर दिया लकिन हालात इतने खराब हो गए कि कोलंबो में सेना को तैनात किया गया है। सत्तारूढ़ पार्टी के सांसद समेत अब तक कुल 3 लोगों की मौत हो चुकी है और 150 से अधिक लोग घायल हैं। पुलिस ने कहा कि सत्तारूढ़ दल के सांसद अमरकीर्ति अथुकोरला ने भी दो लोगों पर गोली चलाई थी जिसमें 27 साल के एक युवक आकस्मिक मौत हो गई। इसके बाद सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने उन्हें घेर लिया जिसके बाद उन्होंने खुद को गोली मार ली।
अब प्रदर्शनकारी टेंपल ट्रीज के पास तक पहुंच चुके हैं जो प्रधानमंत्री महिंद्रा राजपक्षे का सरकारी आवास है और अंदर तक जाने का प्रयास कर रहे हैं। पुलिस ने भीड़ को इधर-उधर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के कार्यालय के बाहर भी भीड़ विघ्न आगजनी और प्रदर्शन कर रही है। खबरों के मुताबिक प्रदर्शनकारियों कुरुनेगला में स्थित महिंदा राजपक्षे के घर में आग लगा दी गई है।
श्रीलंका में अमेरिकी दूत ने इन प्रदर्शनकारियों की निंदा की है। सोशल मीडिया पर शेयर हो रहे वीडियो में टेंपल ट्रीज और राष्ट्रपति कार्यालय के बाहर आग लगाते देखा जा सकता है। प्रदर्शनकारियों ने महिंद्रा राजपक्षे कैबिनेट के मंत्रियों, सांसदों और मेयरों के घरों को भी फूंक दिया है। श्रीलंका सन 1948 में आजादी मिलने के बाद से सबसे बुरी आर्थिक हालातों का सामना कर रहा है। उसकी यह हालत पिछ्ले साल आया कारोना और चीन के कर्ज जाल में फंसकर हुई है।
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एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार सोमवार को कोलंबो में राष्ट्रपति कार्यालय के बाहर राजपक्षे के समर्थकों ने बिना किसी हथियार के प्रदर्शनकारियों पर हमला किया। हिंसा की शुरुआत तब हुई जब प्रधानमंत्री महिंद्रा राजपक्षे के हजारों समर्थकों को ग्रामीण इलाकों से बसों में भरकर उनके सरकारी आवास पर लाया गया।
महिंद्रा राजपक्षे ने अपने आवास पर करीब 3000 समर्थकों को संबोधित किया और उन्होंने वादा किया कि वह ‘राष्ट्र के हितों की रक्षा करेंगे।’ इसके बाद समर्थक और ज्यादा बेकाबू हो गए और उन्होंने टेंपल ट्रीज आवास के सामने प्रदर्शनकारियों के कैंपों को गिरा दिया और सरकार विरोध बैनर व तख्तियों को जला कर खाक कर दिया।
सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने कैबिनेट के मंत्री सनथ निशांत के घर में आग लगा दी।
सोमवार को हजारों सरकार समर्थकों ने शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं प्रदर्शनकारियों पर हमलावर ने बोला कि- उनके शिविरों को तोड़ दिया और उनकी जमकर पिटाई की।
हालात को और काबू करने के लिए कोलंबो में सेना को तैनात कर दिया गया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों और सरकार समर्थकों को पीछे हटाने के लिए आंसू गैस के गोलों का भी इस्तेमाल किया।
Sri Lanka में हालात लगातार बिगड़ते ही जा रहे हैं। राजपक्षे के घर को फूंकना और तीन लोगों की हुई मौत यह सवाल उठाता है कि क्या श्रीलंका जैसा खुशहाल देश गृहयुद्ध की ओर अब आगे बढ़ रहा है?
लंबे समय से प्रदर्शनकारी महिंद्रा राजपक्षे के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। अब वह राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे से भी इस्तीफा मांग रहे हैं। जनता सिर्फ यही चाहती है कि राजपक्षे परिवार देश की सत्ता को त्याग दे।