अधिकांश एंड्रॉइड स्मार्टफोन में नीचे की तरफ एक छेद होता है। हालाँकि, शायद ही कोई जानता हो कि यह छेद क्यों बनता है और इसका उपयोग क्यों किया जाता है।
Android Smartphone : हम सभी के पास स्मार्टफोन है लेकिन हममें से किसी को भी स्मार्टफोन से जुड़ी पूरी जानकारी नहीं है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको स्मार्टफोन से जुड़ी ऐसी दिलचस्प जानकारी देने जा रहे हैं, जिसके बारे में आप शायद ही जानते हों। स्मार्टफोन के निचले हिस्से में कई चीजें दी जाती हैं, जैसे हेडफोन जैक, स्पीकर और चार्जिंग पोर्ट आदि। लेकिन क्या आप जानते हैं कि फोन के निचले हिस्से में यह छोटा सा छेद क्यों दिया जाता है। इस छोटे से छेद में क्या है खास, आइए जानें।
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अक्सर देखा गया है कि लोग इस छोटे से छेद को फोन के डिजाइन का हिस्सा समझ लेते हैं और नजरअंदाज कर देते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह छोटा सा छेद तब काम आता है जब आप किसी से बात कर रहे हों।
हां, यह छेद आपके कॉलिंग एक्सपिरियंस को बेहतर बनाने के लिए ही दिया जाता है, आपको बता दें कि इसे नॉइज़ कैंसलेशन माइक्रोफोन के रूप में जाना जाता है, इसीलिए यह हर फोन में दिया जाता है क्योंकि अगर यह नहीं है, तो आपका कॉलिंग एक्सपिरियंस बहुत खराब हो सकता है।
स्मार्टफोन के निचले भाग में मौजूद छोटा सा छेद, जिसे लोग अक्सर माइक्रोफ़ोन समझ लेते हैं, वास्तव में “माइक्रोफ़ोन ग्रिल” है। यह छेद “नॉइस कैंसिलेशन माइक्रोफोन” को कवर करता है, जो कॉल के दौरान परिवेशीय शोर को खत्म करने में मदद करता है।
Android Smartphone : जब आप कॉल करते हैं, तो यह बाहरी शोर को हटाने का काम करता है और फिर इसे मेईन माइक्रोफ़ोन द्वारा कैच किए वोईस से अलग करने के लिए एक खास एल्गोरिदम का उपयोग करता है। यह टेक्नोलॉजी आपको स्पष्ट और नॉइस कैंसिलेशन-फ्री कॉल करने में मदद करती है।
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अगर आप अपने फोन में यह छोटा सा छेद हटाते हैं तो आपकी कॉल क्वालिटी प्रभावित हो सकती है। कॉल में सराउंड साउंड ज्यादा साफ सुनाई देगा। सभी स्मार्टफ़ोन में नॉइस कैंसिलेशन माइक्रोफोन नहीं होता है।