Russia: पिछले 70 दिनों से जारी यूक्रेन जंग में परमाणु हमले का खतरा और बढ़ता ही जा रहा है। बुधवार को रूस ने यह कहा है कि उनकी सेनाओं ने परमाणु मिसाइलें दागने का अभ्यास किया है। सिमुलेटर पर आधारित परमाणु मिसाइलों का ये अभ्यास रूस के कैलिनिनग्राद में किया गया। 70 दिनों से जारी रूस तथा यूक्रेन में अभी तक हजारों लोग मारे गए हैं तथा सवा करोड़ से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं। विस्थापितों की ये संख्या दूसरे विश्व युद्ध के बाद की सबसे ज्यादा बताई जा रही है।
हालांकि रूस के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक उनकी सेना ने मिसाइल प्रणालियों, हवाई क्षेत्रों तथा मिसाइल दागने में सक्षम सुरक्षित बुनियादी ढांचे जैसे लक्षणों पर 1 से भी अधिक हम लोग का अभ्यास किया।
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दरअसल 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमले के बाद से दोनों देशों के बीच अभी भी जंग जारी है। इसी बीच रूस की तरफ से कई बार परोक्ष परमाणु हमले की चेतावनी भी दी जा चुकी है। बुधवार को भी यूरोपीय संघ के सदस्यों पोलैंड तथा लिथुआनिया के बीच स्थित बाल्टिक सागर पर स्थित रूसी सेना के ठिकानों पर भी युद्ध अभ्यास के दौरान ही परमाणु हमले में सक्षम इस्कंदर बैलेस्टिक मिसाइल प्रणाली के भी इलेक्ट्रॉनिक लॉन्च का अभ्यास किया गया।
परमाणु अभ्यास में हमले की वजह फैलने वाली विकिरण तथा रासायनिक असर का भी आकलन किया गया। इसी अभ्यास में 100 से अधिक रूसी सैनिक तथा अफसर शामिल हुए। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमले के बाद से ही अपने देश की परमाणु सेना को हाई अलर्ट पर ही रखा है। जबकि इसी बीच गहराता संकट को देखते हुए कई बार रूस की तरफ से तीसरे विश्वयुद्ध की भी आशंकाएं प्रकट की गई।
हालांकि रूसी रक्षा मुख्यालय क्रेमलिन ने यह कहा है कि यदि पश्चिम देशों ने यूक्रेन में दखल दिया तो तेजी से बदला भी लिया जाएगा। जानवरों का यह कहना है कि रूस के सरकारी चैनल अभी हाल ही में कई बार देश के परमाणु अस्त्रों के इस्तेमाल को लेकर जनता को अवगत करा चुके हैं। Russia अखबार के संपादक तथा नोबेल शांति पुरस्कार विजेता दमित्री मुराटोवा ने मंगलवार को यह कहा है कि 2 सप्ताह से हम अपने टेलीविजन स्क्रीन से ही सुन रहे हैं कि परमाणु गोदामों को खोला जाना चाहिए।
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रक्षा मंत्रालय ने यह कहा है कि इलेक्ट्रॉनिक लंच के बाद कर्मियों ने संभावित जवाबी हमले से बचने के लिए ही अपनी स्थिति बदलने को लेकर भी युद्धाभ्यास किया। वहीं पर दूसरी और रूसी सेना ने यूक्रेन के पश्चिमी हिस्से में विदेशी हथियारों की आपूर्ति श्रृंखला को भी लक्षित करते हुए हमले किए वह पूरी हिस्से में भी अपने आक्रमणों को और तेज कर दिया है। बुधवार को रूसी सेना ने यह कहा कि उसे यूक्रेन में पांच रेलवे स्टेशनों पर बिजली सुविधाओं को नष्ट करने के लिए समुंद्र तथा हवा से प्रक्षेपित मिसाइलों का उपयोग किया। हालांकि तोपखाने तथा विमानों ने भी सैन्य अड्डों तथा इंधन एवं गोला बारूद डिपो पर हमला किया।