Categories: News

Russia के आसमान में दिखाई पड़ी एक अजीब सी रोशनी,फोटो लेने वाले फोटोग्राफर को मिला अवार्ड

Published by
Russia

Russia: रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच रूस से एक शानदार तस्वीर निकलकर सामने आई है और इस तस्वीर को फोटो खींचने वाले को बेस्ट फोटोग्राफर अवार्ड भी मिला है।

आइए जानते हैं पूरी बात

Russia के उत्तरी इलाकों Northern Territories में अक्सर नॉर्दन लाइट्स (Northern Lights) देखने को मिलती है. अलग-अलग रंगों में. लहरों waves की तरह उठती बैठती. बहती और लहराती. इन्हें अरोरा (Aurora) कहते हैं. दुनिया भर के फोटोग्राफर्स photographers इन रोशनियों की तस्वीरें लेने जाते हैं. सर्दी भरे दिन और कड़कड़ाती ठंड freezing cold में बर्फ और वीरान इलाकों में समय बिताते हैं. तब जाकर ऐसी तस्वीर मिलती है।

एलेक्जेंडर स्टेपानेनको ने ली यह शानदार फोटो

ऐसे ही एक शानदार फोटोग्राफर है एलेक्जेंडर स्टेपानेनको (Alexander Stepanenko). Russia के मुरमांस्क ओब्लास्ट (Murmansk Oblast) के मुरमांस्क Murmansk इलाके में गए. बर्फीली रात में घूम रहे थे. कहीं शानदार नॉर्दन लाइट्स Northern Lights की फोटो मिल जाए. यकायक उन्हें यह हरी रोशनी बदलती दिखाई दी.

इसने एकदम से बाज (Eagle) जैसा रूप अख्तियार authority कर लिया. एलेक्जेंडर alexander बताते हैं कि रोशनी विपरीत दिशा में थी. और कमजोर भी. लेकिन थोड़ी ही देर बाद मेरे जीवन का सबसे सुनहरा पल आया। एलेक्जेंडर alexander ने कहा कि मेरे ठीक ऊपर एक बर्फीली चोटी का क्लिफ था. जिसके ऊपर हरे रंग की रोशनी वाला बाज Hawk निकल आया. यह एक अरोरा था. पंखों वाला अरोरा (Winged Aurora). जैसे सफेद बर्फ की चादर से ढंके पहाड़hill के ऊपर कोई ताज आकर लग गया हो.

इस तस्वीर को लेने के लिए मैंने निकोल डी850D850 कैमरा का उपयोग किया था. इस तस्वीर को 14वें एनुअल एस्ट्रोनॉमी फोटोग्राफर ऑफ द ईयर कॉन्टेस्ट14th Annual Astronomy Photographer of the Year Contest में अवॉर्ड मिला है।

इस जगह को क्यों कहते हैं युवाओं का कब्रगाह

‘मैं मर रही हूं.. ठगी हुआ महसूस करती हूं’, मशहूर कॉमेडी जज Archana Puran Singh

Russia

यह धरती के दोनों ध्रुवों पर दिखाई देता है

अरोरा (Aurora) ग्रह के ध्रुवीय इलाकों polar regions में बनने वाली रोशनी का घेरा. यह धरती के दोनों ध्रुवों both poles पर देखा जाता है. यह तब बनता है जब सूरज की किरणें या यूं कहें उससे आने वाली लहरें ग्रह के वायुमंडल Atmosphere से टकराती हैं।तब वो इस तरह का चमकदार रसायनिक chemical प्रक्रिया करती है। जिससे ये रोशनी के घेरे बनते-बिगड़ते हुए दिखाई देते हैं. मंगल और बुध ग्रह के अपने अलग प्रकार के अरोरा aurora हैं. लेकिन इनकी चुंबकीय शक्ति magnetic force अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग है, इसलिए रोशनी भी अलग-अलग दिशाओं में बनती दिखाई पड़ती है।

Recent Posts