Kushinagar जिले में एक बेहद ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां पर एक 3 साल के बच्चे के पेट से चूहे जैसे दिखने वाले मृत कीड़ों के निकलने से यहां के डॉक्टर भी हैरान हो गए। आपको बता दें कि इस प्रकार का ये पहला मामला सामने आया है। जिसको देखकर घरवाले तो परेशान हुए, इसके साथ ही डॉक्टर भी हैरान हो गए हैं।
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बता दें कि यह घटना Kushinagar जिले के खड्डा विकास खंड के हीरा छपरा गांव का ही है। स्वजन बच्चे को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तुर्कहा पहुंचे। जहां पर डॉक्टर के सामने बच्चे की शौच के रास्ते कीड़ा बाहर आया। परेशान होकर डॉक्टर ने बच्चे को गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।
छपरा निवासी बिहार साल के 3 साल का पुत्र राज के पेट में कुछ दिनों से तेज दर्द था। देखने के बाद से डॉक्टर ने उसे कीड़ा मारने की दवा दे दी। गुरुवार की सुबह शौच के दौरान बच्चे के पेट से एक-एक कर चूहे जैसे दिखने वाले मृत कीड़े लिए निकले। स्वजन बच्चे तथा उसके पेट से निकले कीड़े को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तुर्कहा पहुंचे। यहां डॉक्टर से बातचीत हो रही थी कि उनके सामने भी एक और कीड़ा निकला।
बच्चे की मां ने यह बताया कि बीते 6 माह से वो पेट में दर्द की शिकायत करता था। इधर एक सप्ताह से उसको तेज दर्द हो रहा था। इलाज के बाद से भी आराम नहीं हुआ तो 2 दिन पहले ही डॉक्टर ने उसे कीड़े मारने की दवा दी। परंतु इसके बावजूद भी उसे आराम नहीं मिला। बच्चे को देखने वाले सीएचसी के डॉ पीएन गुप्ता का यह कहना है कि किसी मनुष्य के पेट से चूहे का निकलना उसके चिकित्सीय कार्यालय का पहला मामला है।
हालांकि बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर के बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर भूपेंद्र शर्मा तथा फिजीशियन डॉ राजकिशोर सिंह ने बताया कि बच्चे के पेट से चूहे के आकार के जीव नहीं निकल सकते। पेट के ही कृमि होगें, स्टूल जांच के बाद से पैथोलॉजिस्ट ही बता पाएंगे कि यह किस प्रकार की कृमि है।
वैसे तो बच्चों के पेट में कीड़ों की समस्या आम है। लेकिन बहुत कम लोग यह जानते हैं कि ये बीमारी बड़ों में भी हो सकती हैं। ये आंतों के कीड़े होते हैं जो वहां खून चूसते हैं। इससे गंभीर संक्रमण भी पैदा हो सकता है। www.myUpchar.com से जुड़े एम्स के डॉ अजय मोहन यह बताते हैं कि कई बार पेट में कीड़े होने का कोई लक्षण नहीं मिलता है। इस वजह से समय पर इलाज नहीं मिल पाता। आमतौर पर दवाओं से ही इसका इलाज हो जाता है लेकिन स्थिति बिगड़ने पर ऑपरेशन की भी नौबत आ सकती हैं।
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छोटे बच्चों में पेट के कीड़े अधिक होते हैं क्योंकि वह यहां-वहां रखी चीजों को मुंह में लेते हैं तथा कई बार मिट्टी भी खा लेते हैं। लेकिन वयस्को में दूषित पानी तथा दूषित भोजन की वजह से ऐसा होता है। जो लोग बहुत अधिक मीठा खाते हैं तथा खाने के तुरंत बाद ही सो जाते हैं उनमें ही पेट की कीड़े की आशंका अधिक होती हैं। बच्चों की सेहत पर इसका अधिक असर होता है। बच्चे खाते या फिर दूध पीते हैं। लेकिन इसके पौष्टिक तत्व उनके शरीर को नहीं मिलते हैं।