punjabi actor death: पिछले साल किसान आंदोलन के दौरान हुई लाल किला हिंसा के मुख्य अपराधी और पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू (Deep Sidhu News) की कल मंगलवार को सोनीपत के पास हुए एक्सिडेंट में मौत हो गई। खबरों की अनुसार यह कहा जा रहा है कि वह स्कॉर्पियो में सफर कर रहे थे, जिसकी टक्कर करनाल टोल पर एक कंटेनर से हो गई थी। किंतु, दीप सिद्धू की मौत को लेकर यह भी कहा जा रहा है
कि पिछले उन्हें कुछ दिनों से उन्हें जान से मारने की धमकियां भी मिल रही थीं। इस अब यह अटकलें भी लगाई जा रही है कि यह वाकई एक्सिडेंट था या फिर हत्या है। अब पुलिस इस ऐंगल से भी जांच कर रही है कि कहीं इस अकस्मात के पीछे कोई बड़ी साजिश तो नहीं?
पिछले साल किसान आंदोलन के दौरान हुई लाल किला हिंसा के मुख्य अपराधी और punjabi actor death दीप सिद्धू (Deep Sidhu News) की कल मंगलवार को सोनीपत के पास हुए एक्सिडेंट में मौत हो गई। खबरों की अनुसार यह कहा जा रहा है कि वह स्कॉर्पियो में सफर कर रहे थे, जिसकी टक्कर करनाल टोल पर एक कंटेनर से हो गई थी। किंतु, दीप सिद्धू की मौत को लेकर यह भी कहा जा रहा है
कि पिछले उन्हें कुछ दिनों से उन्हें जान से मारने की धमकियां भी मिल रही थीं। इस अब यह अटकलें भी लगाई जा रही है कि यह वाकई एक्सिडेंट था या फिर हत्या है। अब पुलिस इस ऐंगल से भी जांच कर रही है कि कहीं इस अकस्मात के पीछे कोई बड़ी साजिश तो नहीं?
इस पोस्ट में
punjabi actor death दीप सिद्धू राजनीति और पंजाब विधानसभा चुनाव में भी काफी एक्टिव थे। वैसे तो वह खुद किसी पार्टी से जुड़कर चुनाव नहीं लड़ रहे थे, लेकिन अन्य कैंडिडेट का प्रचार करने में लगे हुए थे। पंजाब में अभी इलेक्शन होना बाकी है, इस बीच ही अचानक उनकी हादसे में मौत ने सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। दरअसल, सिद्धू ने अभी कुछ दिन पहले ही उन्होंने एक फेसबुक लाइव में किसान नेताओं से जुड़े हुए कुछ सिक्रेट्स को उजागर करने की बात कही थी।
दीप सिद्धू ने लाइव के दौरान ही कहा था, ‘आपने बड़ी ही बेशर्मी से मुझ पर आरोप लगाया है। लोग (दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के लिए) आपके फैसले के आधार पर संकल्प लेकर आए।
खाली मोदी- मोदी किए पड़े हैं, यह फटी पड़ी है गजब गुस्से में है ये तो
आगे भी कहा था कि, ‘आप कह रहे थे कि दीप सिद्धू को कोई भी फॉलो नहीं कर रहा है और उसका कोई भी योगदान नहीं है; तो फिर आप इस बात का दावा भी कैसे करते हैं कि मैंने वहां लाखों लोगों की भीड़ को भड़काया था। अपने इस आखिरी लाइव में सिद्धू ने यह दावा भी किया था कि वह अभी भी सिंघू सीमा के पास ही हैं।
लाइव में दीप सिद्धू ने यह भी कहा था कि, ‘किसान नेताओं ने लाल किले पर पहुंचने वाले लोगों को मनाने के लिए एक सही स्टैंड लिया होता तो वे सरकार पर ओर भी अधिक दबाव डाल सकते थे। हमने 26 नवंबर को सरकार को हिला कर रख दिया जब हमने बैरिकेड्स तोड़ दिए थे, लेकिन तुम (किसान नेता) इस बात को बिल्कुल ही नहीं समझते।’ वहीं ओर, कुछ नेताओं ने दीप को आरएसएस का एजेंट भी कहा था। इस लाइव के बाद ही उन्हें लगातार जान से मारने की धमकियां भी मिल रही थीं । तो अब इससे सवाल यह उठ रहा है कि कहीं कोई राज पर्दाफाश होने के डर से उनकी हत्या तो नहीं की गई?