President Bodyguard: अग्निपथ स्कीजम में जाति पर मचा विवाद, राष्ट्रपति का बॉडीगार्ड बनने के लिए सिर्फ इन तीन जातियों के लोग कर सकते हैं अप्लाई..?

Published by
President Bodyguard

President Bodyguard: आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या पीएम मोदी दलितों/पिछड़ों/आदिवासियों को सेना भर्ती के काबिल नही मानते?

आर्मी में भर्ती के लिए जाति और धर्म प्रमाण पत्र मांगे जाने पर भारतीय सेना के अधिकारी ने अपनी सफाई दे दी है। पिछले दिनों आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने यह सवाल उठाते हुए दावा किया था कि भारत के इतिहास में पहली बार आर्मी भर्ती में जाति पूछी जा रही है। सेना में भर्ती के लिए जाति प्रमाण पत्र मांगे जाने के मामले पर मचे बवाल के बीच, सैन्य अधिकारियों ने कहा कि अग्निपथ योजना के तहत भर्ती प्रक्रिया में किसी प्रकार का कुछ खास बदलाव नहीं हुआ है। और उनका ये भी कहना है कि जाति/धर्म इत्यादि जैसे सर्टिफिकेट भर्ती के दौरान सेना में हमेशा से मांगे जाते हैं।

President Bodyguard

भर्ती प्रक्रिया पर संजय सिंह ने मोदी सरकार पर साधा निशाना

आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था, “मोदी गवर्नमेंट का घटिया चेहरा देश के सामने आ चुका है। क्या मोदी जी पिछड़ों/दलितों/आदिवासियों को सेना भर्ती के क़ाबिल नही समझते? मोदी जी आपको “अग्निवीर” बनाना है या “जातिवीर”।” और ये सब आपकी सरकार में पहली बार नहीं है जब सेना में भर्ती के लिए जाति के मामले पर बवाल मचा है।

President Bodyguard

अहीर रेजिमेंट‘ बनाने की मांग उठ रही

इसी साल सेना में ‘अहीर रेजिमेंट‘ बनाने की मांग करते हुए गुरुग्राम में अहीर समुदाय के युवाओं ने प्रदर्शन भी किया था और धरने पर बैठ गए थे। हजारों लोगों ने इसकी मांग करते हुए एक रैली निकाली थी, जिसके फलस्वरूप टोल प्लाजा के पास ट्रैफिक जाम हो गया था। प्रेसीडेंट्स बॉडीगार्ड (पीबीजी) को लेकर भी इसी तरह का विवाद 2012 और 2017 में सामने आया था। तब सर्वोच्च अदालत ने पीबीजी में भर्ती के संबंध में दायर याचिकाओं को खारिज कर दिया था। कोर्ट ने याचिकाओं को खारिज करते हुए कहा था कि गणतंत्र के प्रमुख राष्ट्रपति के खिलाफ जनहित याचिका पर कैसे विचार किया जा सकता है?

इनका कहना है कि निरहुआ को ये जिताये है, प्यार में धोखा खाये ये, तब 80 रूपये किलो वाला लड्डू बाटे थे

ये है दुनिया का सबसे मजबूत आदमी Tom Stoltman…जाने कैसे बढाएं एक हफ्ते में 14 किलो वजन

President Bodyguard

President Bodyguard की भर्ती प्रक्रिया के मामले में सेना ने किया खुलासा

दरअसल, देश के राष्ट्रपति की सुरक्षा में लगी सेना की यूनिट को प्रेसीडेंट्स बॉडीगार्ड यानी PBG कहते हैं और राष्ट्रपति की सुरक्षा में जो बॉडीगार्ड लगे होते हैं, उनमें सेना के जाट, सिख और राजपूतों को प्राथमिकता दी जाती है। एक आरटीआई के जवाब से पता चलता है कि PBG की संरचना में केवल सिख, जाट और राजपूत हैं, जिनमें प्रत्येक जाति की हिस्सेदारी 33.1 प्रतिशत होती है। 2013 में एक याचिका के जवाब में सेना ने स्वीकार किया था कि पीबीजी में भर्ती केवल इन तीन जातियों के लिए है। हालांकि, सेना ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल एक हलफनामे में इस आरोप का खंडन किया कि यह भर्ती जाति और धर्म के आधार पर की जाती है।

Recent Posts