Pakistani हिन्दू ‘जयचंद’ को पुलिस ने किया गिरफ्तार, 24 साल से भारत मे रहकर कर रहा था पाकिस्तान के लिए जासूसी

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Pakistani: पाकिस्तान से भारत आकर बसे भागचंद को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में पकड़ा गया है । भागचंद 1998 से भारत मे रह रहा है और उसका यहां पूरा परिवार है । राजस्थान पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की संयुक्त कार्यवाही में पाकिस्तानी एजेंट को गिरफ्तार कर लिया गया है । बता दें कि भागचंद पाकिस्तान से 24 साल पहले भारत आया था और इस वक्त दिल्ली में शरणार्थियों के लिए बनी भाटी माइन्स( संजय कालोनी) में परिवार सहित रह रहा था ।

भागचंद पर भारत मे रहकर पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का आरोप लगा है । वहीं भागचंद की पत्नी और माता पिता इस बात पर यकीन नहीं कर पा रहे हैं कि भागचंद देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त था । बता दें कि भागचंद लेबर सुपरवाइजर के तौर पर यहां काम करता था ।

पिज्जा डिलीवरी एजेंट बनकर पुलिस ने दबोचा

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राजस्थान पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को इस बात की खबर मिली थी कि दिल्ली की संजय कालोनी में रह रहा भागचंद नाम का व्यक्ति देश की खुफिया जानकारी पाकिस्तान में बैठे कुछ लोगों को पहुंचाता है । राजस्थान से पकड़े गए एक अन्य जासूस नारायण लाल से पुलिस को इस बात की जानकारी मिली थी जिसके बाद राजस्थान पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की संयुक्त टीम ने बुधवार 17 अगस्त की सुबह करीब 5 बजे भाटी माइन्स( संजय कालोनी) में रह रहे भागचंद के यहां पिज्जा डिलीवरी बॉय बनकर छापा मारा और उसे गिरफ्तार कर लिया । वहीं भागचंद की पत्नी सहित उसके करीबियों को हैरानी हो रही है कि भागचंद देश की जासूसी कर रहा था ।

आईएसआई ऑपरेटिव के रहता था संपर्क में- रिपोर्ट

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बता दें कि राजस्थान पुलिस ने हाल ही में भीलवाड़ा से नारायण लाल नाम के एक व्यक्ति को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया था जो पाकिस्तान से भारत आकर रह रहा था । पूछताछ में नारायण लाल ने भागचंद का नाम बताते हुए जानकारी दी थी कि भागचंद देश की खुफिया जानकारी पाकिस्तान में बैठे कुछ लोगों तक पहुंचाता है । पुलिस को उसने बताया था कि भागचंद पाकिस्तान में किसी आबिद नाम के व्यक्ति से बात करता है यही नहीं उसके लिए भागचंद ने 5 भारतीय सिम कार्ड भी मुहैया कराए थे ।

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक आबिद नाम के आईएसआई ऑपरेटिव ने भागचंद से सम्पर्क करने के लिए उसके मामा का इस्तेमाल किया था । दोनो की व्हाट्सएप पर बात भी होती थी और आबिद पाकिस्तानी नम्बर से उसे कॉल करता था । यही नहीं 2020 में भागचंद ने आबिद को एक व्हाट्सएप नम्बर भी उपलब्ध करवा दिया था । इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक आबिद ने भागचंद से कहा था कि वह भारत के सैन्य ठिकानों का दौरा करे और सेना के अधिकारियों से मेलजोल बढ़ाये । यही नहीं उसने भागचंद से सेना के अधिकारियों से उसे मिलाने को भी कहा था । इसके लिए आबिद उसे पैसे भी देता था ।

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घर में बूढ़े मां बाप सहित हैं 8 सदस्य, पेशे से है दिहाड़ी मजदूर

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1976 में संजय गांधी द्वारा पाकिस्तानी हिन्दू शरणार्थियों को बसाने के लिए दक्षिण पश्चिमी दिल्ली में भाटी माइन्स(संजय कालोनी) की स्थापना की गई थी । यह कालोनी मुख्य रूप से पाकिस्तानी हिन्दू शरणार्थियों के लिए बसाई गयी थी । भागचंद का परिवार पाकिस्तान से भारत 1998 मे आया था और यहीं पर रह रहा था । भागचंद के परिवार में 3 बुजुर्गों समेत 8 लोग रहते हैं ।

वहीं भागचंद यहां रहकर लेबर सुपरवाइजर के तौर पर दिहाड़ी मजदूरी कर 600 रुपये रोज कमाता था इसी से उसके परिवार का खर्च चलता था । बता दें कि 24 साल पहले भागचंद को पाकिस्तान से भारत आने के बाद भारतीय नागरिकता भी मिल गयी थी । बता दें कि भागचंद और उसका परिवार 1998 में पाकिस्तान के खैरपुर से भारत आया था ।

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