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Nitin Gadkari: मोबाइल के इस्तेमाल से अब सड़क हादसों में इजाफा, जानिए क्या कहते हैं सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के आंकड़ें..

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Nitin Gadkari: हमारे देश में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है और सरकार भी इसी कोशिश में है कि जल्द से जल्द ही इन भारतीय सड़कों को विदेशी सड़कों के जैसे बना दिया जाए। इसके लिए कई सारी प्रयास भी किए जा रहे हैं। लेकिन इन्हीं सबके बीच रोड एक्सीडेंट भी चिंता का विषय बना हुआ है। बीच में आए दिन रोड एक्सीडेंट के मामले सामने आते रहते हैं। शराब पीकर गाड़ी चलाना, हाई स्पीड में गाड़ी चलाना हो या फिर रैश ड्राइविंग के कारण से एक्सीडेंट मामले हो।

लेकिन इन मामलों के अलावा भी अब मोबाइल के यूज के कारण से एक्सीडेंट के मामले बढ़ने लगे हैं। इसमें से कुछ घटनाएं ऐसी भी होती हैं जो मोबाइल के उपयोग करते हुए वाहन चलाने से होती हैं। जबकि कुछ तो ऐसी होती है जो मोबाइल पर बात करते हुए पैदल चल रहे एक्सीडेंट का शिकार हो जाते हैं।

सड़क हादसों में सबसे ज्यादा शिकार युवा हो रहे हैं



बता दें कि देश में हर तीसरी मौत नेशनल हाईवे या फिर एक्सप्रेस-वे पर होती है। हैरान करने वाली बात यह है कि सड़क हादसों में सबसे ज्यादा शिकार युवा हो रहे हैं। इस मामले में एक्सपर्ट का यह कहना है कि इन हादसों को रोका जा सकता है। खासतौर से मोबाइल इस्तेमाल करते हुए सड़क हादसों को। मोबाइल पर बात करते समय वाहन चलाते समय अटेंशन में कमी आ जाती है तथा उसी से खतरा भी बढ़ जाता है। यह जरूरी है कि इसके बारे में खुद ही ध्यान दिया जाए तथा समझदारी से वाहन चलाते समय या फिर सड़क पार करते समय या चलते समय मोबाइल फोन का उपयोग न किया जाए।

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Nitin Gadkari सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के आंकड़े क्या कहते हैं..?




सड़क परिवहन तथा राजमार्ग के आंकड़ों के अनुसार हर साल करीब 17 हजार लोगों की मौत मोबाइल फोन के उपयोग करने के कारण होती है। यह आंकड़ा वाकई में चौका देने वाला है। इन्हीं आंकड़ों की अगर मानें तो वर्ष 2018 में 17560 लोगों की मौत सड़क हादसों में सिर्फ इसलिए हो गए क्योंकि वह मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहे थे।

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वहीं अगर वर्ष 2019 की बात करें तो 26.3 प्रतिशत लोग दुर्घटना के शिकार हुए। तो वहीं पर वर्ष 2020 में 2697 लोग सड़क दुर्घटना के शिकार हुए। चूंकि इसमें अभी हिमाचल प्रदेश का डाटा नहीं दिया है। इसमें 5.2 लोग ऐसे हैं जो नेशनल हाईवे पर मोबाइल का उपयोग करते हुए सड़क दुर्घटना के शिकार हुए हैं।

सबसे अधिक इस उम्र के लोग होते हैं शिकार

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रिपोर्ट के अनुसार सबसे ज्यादा 23 से 35 वर्ष के नौजवान लोग सड़क हादसों का शिकार होते हैं। वर्ष 2020 में इस उम्र के लगभग 35 हजार लोगों की मौत सड़क हादसों की वजह से हो चुकी है। कुछ केसों में ओवर स्पीडिंग भी इसका कारण मानी जाती है। इन सभी के अलावा शराब पीकर गाड़ी चलाना, रेड लाइट जंप कर देना इनमें यह वजह भी शामिल है।





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