अलग-अलग तरह के स्वादिष्ट भोजन करने के बावजूद भी हमें कोई ना कोई छोटे से छोटे फिर बड़ी से बड़ी बीमारी परेशान करती रहती हैं। तो हमें ये समझ लेना चाहिए कि हम जो कुछ खा रहे हैं। वो हमारे शरीर के लिए उचित नहीं है। आम लोगों को खान-पान के प्रति जागरूक करने के लिए तथा खान-पान के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य मार्च 1975 में एनडीए (अमेरिकन डायटेटिक एसोसिएशन, न्यूट्रिशन व डाइट साइंस अकादमी) राष्ट्रीय पोषण सप्ताह दिवस मनाने की शुरुआत की थी। अब हर साल नेशनल न्यूट्रिशन वीक 1 से 7 सितंबर को मनाया जाता है। इस सप्ताह को मनाने के पीछे का इरादा है, कि लोग अपनी हेल्थ व खानपान को लेकर जागरूक हो। वैसे तो हम में से ही कई लोग ऐसे होंगे। जो राष्ट्रीय पोषण सप्ताह के इतिहास और महत्व के बारे में नहीं जानते होंगे।
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नेशनल न्यूट्रिशन वीक 2021 का इस बार का थीम “शुरू से ही स्मार्ट फीडिंग” है। बच्चों को बचपन में ही संतुलित आहार दिया जाए। तो वह जिंदगी भर बहुत से जानलेवा बीमारियों से बच सकते हैं। बहुत से लोग तो अपने बच्चों को वो खिलाने लगे हैं। जिनसे उनका पेट भर जाता है। लेकिन बच्चों की सेहत पर बहुत ही बुरा असर डालता है।
नेशनल न्यूट्रिशन वीक की शुरुआत सन् 1973 से हुई थी। अमेरिका के डाइटेटिक एसोसिएशन के कुछ सदस्यों के द्वारा डाइटेटिक के क्षेत्र को बढ़ावा देते हुए न्यूट्रिशन की शिक्षा संदेश देने के लिए की गई थी। तभी से प्रत्येक वर्ष इस दिवस को मनाया जाने लगा था। भारत में इसकी शुरुआत 1982 में हुई। और तभी से 1 से 7 सितंबर तक राष्ट्रीय पोषण सप्ताह मनाने जाने लगा। इस अभियान के तहत लोगों को पोषण के महत्व को समझाना शुरू किया गया।
आज के इस समय में जब कोरोना महामारी चल रही है। तब नेशनल न्यूट्रिशन वीक बेहद ही जरूरी है। ताकि सारे लोग अपनी हेल्थ के प्रति ज्यादा से ज्यादा जागरूक और सजग हो सके। अपने खानपान में ऐसी चीजों को शामिल करें। जो शरीर को मजबूत बनाए तथा इम्यूनिटी को बूस्ट करें। हमारे दैनिक जीवन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। तथा इस को नियंत्रण में रखने के लिए पौष्टिक आहार की जरूरत पड़ती है। इसके बारे में लोगों को शिक्षित करने के लिए भारत सरकार के महिला और बाल विकास मंत्रालय का खाद और पोषण बोर्ड नेशनल न्यूट्रिशन वीक के इस सप्ताह भर चलने वाले वार्षिक उत्सव का आयोजन करता है।
गौरतलब है कि लोगों ने मीठे पेय पदार्थों का उपयोग शुरू कर दिया है। जो किशोरावस्था में ही मोटापा व वजन बढ़ने का एक मुख्य कारण है। 8 सितंबर 2010 में लोगों को पोषण संबंधी जागरूकता को बताने के लिए खाद विज्ञान विभाग और पोषण प्रबंध ने एक दिवसीय उत्सव की स्थापना की थी। जो अभी भी चल रही है। इस अभियान के अंतर्गत प्रतियोगिता, स्वस्थ हृदय के भोजन के लिए खाना पकाने की प्रतियोगिता, बीएमआई को नापना, बीमारियों पर व्याख्यान, ह्रदय की सुरक्षा, संतुलित आहार आदि शामिल है।
आहार व पोषण के लिए देश की स्थिति की निगरानी करना।
– राष्ट्रीय पोषण कार्यक्रम को लागू करने तथा योजना के लिए प्रक्रिया संबंधित शोध पर कार्य करना है।
– पोषण तथा स्वास्थ्य के बारे में अनुकूलन प्रशिक्षण के द्वारा लोगों को जागरूक करना।
– गहन शोध के द्वारा ही पोषण संबंधित समस्याओं को नियंत्रित करना तथा बचाव के लिए उचित तकनीकी का उपयोग करना।
– समुदाय में विभिन्न पोषण तथा आहार की समस्या की आवृत्ति का पुनरीक्षण करना।