Mother Teresa: शायद ही कोई मदर टेरेसा को नहीं जानता होगा। भारत रत्न तथा नोबेल पीस प्राइज से सम्मानित मदर टेरेसा को पोप तथा वेटिकन सिटी में संत का दर्जा दिया हुआ है। मदर टेरेसा ने हमेशा से गरीब, अनाथ, बीमार तथा मजलूम लोगों की मदद करने के लिए मशहूर रही है। उन्होंने बेसहारा लोगों की मदद के लिए एक बहुत ही बड़ी संख्या में मिशनरी आफ चैरिटी की स्थापना भी की थी।
जहां पर हमेशा से मदर टेरेसा को एक दयालु तथा लोगों की मदद करने वाली समाज सेवी कहा जाता है। वहीं पर केवल धार्मिक उद्देश्य से काम करने तथा भारत में समाज सेवा की आड़ में धर्म परिवर्तन कराने के भी आरोप लगते रहे हैं। अभी मदर टेरेसा पर एक नई डॉक्यूमेंट्री सामने आए हैं जिसमें उनके बारे में बेहद ही चौंकाने वाले दावे भी किए गए हैं। ये डॉक्यूमेंट्री स्काई डॉक्युमेंट्रीज पर 9 मई को ही प्रसारित की जाएगी।
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दरअसल, Mother Teresa पर स्काई डॉक्युमेंट्रीज की 3 पार्ट की नई सीरीज रिलीज की गई है। जिसका नाम “Mother Teresa: फाॅर द लव ऑफ गॉड” है। जबकि इसी सीरीज में मदर टेरेसा के कुछ बहुत नजदीकी लोगों से बात की गई है जिन्होंने उनके साथ काम करते हुए बहुत बुरे अनुभव का सामना किया है। हालांकि Mother Teresa के कटु आलोचको से बात करके ही इस डॉक्यूमेंट्री के जरिए पूरी दुनिया में मशहूर इस संत की जिंदगी को नए सिरे से प्रयास किया गया है।
Documentary में Mother Teresa के साथ 20 वर्ष तक काम कर चुकी मैरी जॉनसन ने यह कहा है कि Mother Teresa की आध्यात्मिकता क्रॉस पर लटके जीसस क्राइस्ट से जुड़ी हुई है। उन्हें लगता था कि दुनिया में गरीबी एक अच्छी है क्योंकि ईसा मसीह दुनिया के पहले गरीब ही थे। ये बहुत मूर्खतापूर्ण बात है। इसी डॉक्यूमेंट्री में मदर टेरेसा पर ये भी आरोप लगाया गया है कि उन्होंने गरीबी दूर करने तथा लोगों की मदद करने से अधिक पूरी दुनिया से मिलने वाले फंड को सीधे वेटिकन सिटी के कैथोलिक चर्च को ट्रांसफर किया था।
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मैरी जॉनसन का यह कहना है कि मदर टेरेसा अपने जीवन के आखिरी दशक में बुढ़ापे से जूझ रही थी। लेकिन तभी भी वेटिकन सिटी ने उन्हें हर उस जगह भेजा जहां चर्च के पादरी बच्चों के यौन शोषण से संलिप्त पाए गए थे। जबकि ऐसा इसलिए किया गया ताकि चर्च में हो रहे घोटालों तथा दुराचार को दुनिया से छिपाया जा सके।
मैरी जॉनसन नेहा कहा कि मदर टेरेसा कहानियों को पलटने में माहिर थे। मदर टेरेसा ने बच्चों के यौन शोषण के बारे में कितना जानती थी इस बारे में तो कुछ कहा ही नहीं जा सकता है। इस डॉक्यूमेंट्री में यह बताया गया है कि जब रेवेरंड डोनाल्ड मैकगायर पर बच्चों के यौन शोषण करने का शक किया गया था तो उन्होंने अधिकारियों को लेटर लिखा तथा यह कहा कि वह इस बात को छिपाने एवं उन पर भरोसा करें। इसके पास से रेवेरंड ने अगले एक दशक तक सैकड़ों बच्चों का शोषण करने की खुली छूट भी दे दी।
आपको बता दें कि मदर टेरेसा का जन्म मेसिडोनिया में अगस्त 1910 में हुआ था। उसका परिवार अल्बेनिया मूल का था। 12 वर्ष की उम्र में वो काफी धार्मिक हो गई तथा 18 वर्ष की उम्र में वह पूरी तरह से आध्यात्मिक होते हुए सिस्टम आफ रोलेटो से भी जुड़ गई है। बाद में वो धन बनने के लिए भारत भी आ गए। 7 अक्टूबर 1950 को उन्होंने मिशनली आफ चैरिटी नाम की संस्था का गठन भी किया जो अभी पूरी दुनिया में काम करती है। मदर टेरेसा का 5 सितंबर 1997 को निधन हो गया।