Categories: कारोबार

भारत में निवेश के लिए इससे बेहतर मौका नहीं :मोदी

Published by

कोरोना काल में जब तमाम देश अपने आप में ही सिमटरहे हैं तब पीएम नरेंद्र मोदी ने वैश्विक मंच के निवेशकों के समक्ष भारत को सबसे आकर्षक निवेश स्थल के तौर पर पेश करने की कोशिश की है । भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था, विशाल मध्यवर्ग, इंटरनेट जैसे आधुनिक तकनीकी से बढ़ते इस्तेमाल व सरकार की नीति के आधार पर मोदी ने कहा कि भारत के में निवेश करने का इससे बेहतर मौका नहीं है।

उन्होंने अमेरिका भारत बिजनेस काउंसिल की तरफ से आयोजित होने वाली इंडिया आइडियाज समिति को संबोधित करते हुए बुधवार को यह बात कही । सालाना तौर पर होने वाला यह समारोह दोनों देश के कारोबारी रिश्तो को दिशा देने वाला साबित हो रहा है और इसमें दूसरे देशों के निवेशक भी काफी दिलचस्पी ले रहे हैं।

बुधवार को मोदी के भाषण के ठीक पहले इस समिति को अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोपियों ने भी संबोधित किया। उनके भाषण से भी साफ था कि दोनों देशों के कारोबारी रिश्ते कई तरह की समस्याओं के बावजूद आगे बड़ी तेजी से बढ़ने के लिए तैयार है।

पोपियों के निशाने पर वैसे तो चीन था लेकि चीन से बाहर जाने वाली कंपनियों की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि ये कंपनियां भारत आ सकती हैं ।

पोपियो के शब्द में ,भारत के पास पूरी क्षमता है कि चीन स्थित ग्लोबल सप्लाई चैन कंपनी को अपने यहां आकर्षित कर सकता है ।भारत इसलिए यह कर सकता है उन पर अमेरिकी जैसे तमाम देश का भरोसा करते हैं ।’ भारत व अमेरिका के बीच ब्लू डॉट नेटवर्क समझौता का भी जिक्र किया जिसके तहत दोनों देश अंतरराष्ट्रीय स्तर के इन्फ्राट्रक्चर बनाने में सहयोग करेंगे।

अमेरिकी विदेश मंत्री ने भारत सरकार को अपनी इक्नॉमी को और खोलने व निजी क्षेत्र की राह की दिक्कतों को दूर करने की सलाह दी। दूसरी तरफ भारतीय पीएम का मानना है कि कोरोनावायरस के बाद के हालात में भारत दुनिया में सबसे आकर्षक निवेश स्थल के तौर पर स्थापित हो रहा है। अप्रैल से जुलाई के बीच भारत में किए गए 20 अरब डालर के निवेश का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि, भारत इस मुकाम पर है जहां तरह-तरह की कंपनी के लिए निवेश का बहुत अच्छा अवसर है।

चीन पर हमला करने से नहीं चूके अमेरिकी विदेश मंत्री पोपीओ

अमेरिका भारत बिजनेस काउंसलर की सलाना इंडिया आइडिया समिट में अमेरिकी विदेश माइक पोपीयों चीन पर हमला करने से नहीं चूके । उन्होंने लद्दाख क्षेत्र में चीनी सैनिकों के आक्रमण की निंदा करते हुए कहा कि उनकी कार्रवाई को स्वीकार नहीं किया जा सकता। ग्लवान में बलिदान देने वाले भारतीय सैनिकों पर दुख प्रकट करते हुए पोपियों ने कहा कि भारत और अमेरिका जैसे लोकतांत्रिक देशों को एक साथ काम करना ही होगा।

उन्होंने भारत सरकार की तरफ से चीन की मोबाइल ऐप कंपनियों को प्रतिबंधित करने के फैसले की भी तारीफ की।

इस समिति के एक सत्र को विदेश मंत्री जयशंकर ने भी संबोधित किया उनके भाषण से भी साफ है कि पूर्व लद्दाख क्षेत्र में चीन के घुसपैठ के बाद भारत और अमेरिका के रिश्ते में नए बदलाव आ रहे हैं। जयशंकर ने कहा कि भारत व अमेरिका में आज वह क्षमता है कि वे दुनिया को बचाने के लिए साथ काम कर सकते हैं।

Brijendra Kumar

Founder and Chief Editor

Share
Published by

Recent Posts