Menka Chauhan: समाज प्यार होते नहीं देख सकता, लेकिन हत्या होते देख सकता है..। आप यह सोच रहे होंगे कि हमने ऊपर यह क्यों लिखा..? तो चलिए हम आपको बता देते हैं कि हमारा समाज कहीं ना कहीं अभी भी ऐसा है। जो अभी भी प्यार करने वालों को शादी नहीं करने देता, क्योंकि उनके बीच में जाति, धर्म यह सारी चीजें आ जाती हैं। चलिए हम आपको बताते हैं एक ऐसी ही वास्तविक घटना, जो आपको हैरान कर देगी।
उत्तर प्रदेश के देवरिया से एक अजीबो गरीब मामला निकलकर सामने आया है जहां एक दलित लड़की और राजपूत लड़के ने Love Marriage कर लिया। लेकिन लड़के के घरवालों को यह शादी ना मंजूर है। तभी तो वह लड़की पर अभी भी अत्याचार कर रहे हैं।
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आपको बता दें कि यह घटना Menka Chauhan और सतीश से जुड़ी हुई है। मेनका एक दलित परिवार से हैं और उसने एक राजपूत घराने के लड़के से शादी कर ली। लेकिन शादी करने के बाद से मेनका के ससुराल वाले हमेशा उसको परेशान करते हैं, उस पर अत्याचार करते हैं। बता दें कि मेनका खुद ही बताती हैं कि उनके मां बाप को उनकी शादी से कोई दिक्कत नहीं, लेकिन उनके ससुराल वालों को है। 8 साल पहले 2014 में मेनका ने शादी की। उनकी 6 साल की एक बच्ची भी है जिसका नाम श्रेया सिंह है।
Menka Chauhan बताती हैं कि 21 अप्रैल को मुझे मारा गया था। 1 अप्रैल को हॉस्पिटल में भर्ती हुई। 5 महीने का बच्चा मिसकैरेज हो गया। जब बच्चा था तो मुझे मेरे ससुर (उमेश सिंह) ने मारा था तब अचानक से दर्द उठा। मुझे वॉशरूम आया तो मेरा बच्चा वॉशरूम में ही गिर गया था। मैंने एंबुलेंस बुलाई, एंबुलेंस मुझे रुद्रपुर लेकर गई।
फिर वहां से मुझे देवरिया के सदर अस्पताल में रेफर किया गया। मैं यह बता रही हूं कि मेरा बच्चा है लेकिन आज तक मेरी बात किसी ने नहीं सुनी। मेरे केस को दबा दिया गया, बिल्कुल ही उस बात को खत्म कर दिया गया। वह कहते हैं कि अल्ट्रासाउंड कहां है, बच्चा तो था ही नहीं। जबकि मुझे पता है कि मेरा बच्चा था। लेकिन उनकी नजर में कुछ भी नहीं है।
मैं बता दूं कि जिलाधिकारी बदतमीजी से बात करते हैं एसएसओ वह भी उल्टा सीधा बोलते हैं। थाने में जाओ, दो-दो दिन बैठे रहो, तो भी वह कहते हैं कहां आ जाती हो, चालान काट देंगे। कपड़ों को लेकर कमेंट करेंगे, उन लोगों ने (पुलिस वालों ने) सब तरह से बदतमीजी की है मेरे साथ।
अभी 1 मई की बात है मेरे ससुर एक अनजान आदमी को ड्रिंक करवा कर घर लेकर आए। उस आदमी ने कहा तू दलित है, तो यहां कैसे आ गई, तू यहां से चली जा नहीं तो तुझे मार कर जाएंगे। उसके हाथ में बंदूक था।
इस घटना के बाद से जब मैं थाने जाकर बता रही हूं। तभी भी मेरे पर पुलिस वाले उंगली उठा रहे हैं उल्टा सीधा बोल रहे हैं। मैंने कहा आपने एक भी कार्यवाही की हो तो बताइए। उसने क्या किया एनसीआर व्यक्तिगत विवेचना करेंगे। बस एनसीआर कर दिया और कह दिया जाइए आप।
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Menka Chauhan बताती है की उनकी प्राइवेट पार्ट में राख डाल दिया गया था और फिर डंडा भी डाला गया है उनके ससुराल वाले के घर के लोग ने ऐसा किया. आगे बताया कि 16 फरवरी को यहां आई हूं। अपनी जान मान की सबकी एक दरख्वास्त अपने हाथ से लिख कर थाने में लेके आई। हालांकि गुड़गांव महिला पुलिस उन्होंने ही मुझे यहां (थाने) भेजा है।
मेरे साथ ऐसा हुआ है इसलिए मैं यहां पर आई हूं मेरे साथ कुछ भी हो सकता है तो मैं अपनी सुरक्षा के लिए आपको यह दरख्वास्त दे कर जा रही हूं। 16 को दरख्वास्त भी कराई 17 फरवरी से अटैक हो रहा है। कोई भी मार कर जा रहा है। कभी रिश्तेदारों भी आकर मार रहे हैं। घर का सारा सामान भी ले गए।
कहते हैं कि छोटी जाति की है नीच जाति की है। हमारा सामान छुएगी तो अशुद्ध हो जाएगा। धीरे-धीरे हमसे पैसे मांगने आ गई, कभी कहते हैं 30 से 35 लाख मांगने आई है। हर तरीके से मुझे बदनाम किया है। मेरा फेसबुक पर फर्जी आईडी बना दिया है। समाज में भी उल्टा सीधा कह मेरी बदनामी कर रहे हैं। एक दिन मेरे सास के भतीजे ने मेरे कपड़े फाड़े और मेरी चोटी खींचकर घर के दरवाजे पर नीचे गिरा दिया था। कई लोगों ने देखा भी लेकिन किसी ने भी मेरी मदद नहीं की। फरवरी की बात है फरवरी से लेकर अभी तक मेरे साथ यही हुआ।
अगर मैं आज इस बिस्तर पर पड़ी हूं सिर्फ इसी वजह से कि मेरी मदद किसी ने नहीं की। इसीलिए मुझे मारा जा रहा है कि मैं छोटी जाति की हूं। मैंने Love Marriage किया है। कुछ भी करके यह चाहते हैं कि मैं मर जाऊं या फिर मेरा बेटा इसको छोड़ दें।
मेरे साथ हमेशा से गलत होता रहा, आज भी हुआ। मैं यह सोचती हूं कि मैं अपनी बेटी के नसीब से बच गई हूं। मेरी बेटी मेरे सामने है और मैं अपनी बेटी के सामने हूं। बस मेरे लिए यह बहुत है।