Maharashtra: यह वह सवाल है जो हर वर्ष एग्जाम रिजल्ट जारी होते ही छात्रों का पीछा करने लगते हैं। फिर मार्क्स के हिसाब से उनको ट्रीट किया जाता है। अधिक नंबर लाने वाले को शाबासी मिलती है। वहीं पर कम नंबर वाले को कहीं डांट मिलती है तो कहीं ताने सुनने पड़ते हैं और तो कहीं से तसल्ली मिल जाती हैं। इसके साथ ही आगे और मेहनत करने की नसीहत।
अभी हाल ही में Maharashtra बोर्ड के रिजल्ट आए तथा यहीं से एक ऐसी खबर आई है जो आपके चेहरे पर मुस्कान ला देगी। मामला कक्षा 10 के एक छात्र शुभम जाधव से जुड़ा हुआ है। वहीं महाराष्ट्र एसएससी की परीक्षा 2022 में हर एक विषय में केवल 35 अंक लाया है। इसके बाद से भी शुभम ने अपने पिता को गौरवान्वित महसूस कराया है।
इस पोस्ट में
पिछले 17 जून को महाराष्ट्र एसएससी परीक्षा 2022 के परिणाम घोषित किए गए थे। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार परिणाम के दसवीं कक्षा के कुल 96.94 परसेंट छात्रों ने बोर्ड परीक्षा पास की। हमेशा की तरह ही टॉपर्स का बोलबाला रहा है। लेकिन शुभम ने अधिकांश या फिर अच्छी रैंक हासिल करने के लिए नहीं बल्कि हर विषय में 35 अंक प्राप्त करने के लिए जश्न मनाया। यही नहीं शुभम को बोर्ड परीक्षा में इस प्रदर्शन के लिए सम्मानित भी किया गया।
हालांकि शुभम ने बहुत कठिन समय में ना सिर्फ अपनी पढ़ाई जारी रखीं। बल्कि परिवार का सहारा भी बना। हालांकि पूरी की भवानी पेठ क्षेत्र के जनाई बाग में रहने वाले शुभम जाधव ने कोविड-19 के दौरान अपने परिवार को आर्थिक रुप से सपोर्ट किया था। जाहिर सी बात है कि इससे उनकी पढ़ाई में बाधा आई। लेकिन शुभम ने किसी प्रकार पढ़ाई जारी रखी तथा कम नंबर से ही सही दसवीं बोर्ड का एग्जाम पास करके दिखाया।
आजतक से बातचीत में शुभम ने यह कहा है कि वह बहुत कम अंक लाने के बावजूद 10वीं की बोर्ड परीक्षा पास करके खुश हैं। उसके लिए यह एक उपलब्धि से कम नहीं है। वही शुभम के पिता यह कहते हैं कि मुझे अपने बेटे पर गर्व है क्योंकि भले ही उसका स्कोर कम था लेकिन उसने एक हार्डवेयर स्टोर पर काम करते हुए कोरोना काल के 2 साल में अपने परिवार का साथ दिया था।
शुभम के लिए परिवार ही नहीं बल्कि उनके दोस्तो में भी खुशी है। जबकि उसके दो सबसे करीबी दोस्त ने परीक्षा में 82 परसेंट तथा 84 परसेंट अंक हासिल किए हैं। लेकिन वह शुभम से किसी तरह की तुलना करने की वजह बस इस बात से खुश हैं कि उनके दोस्त ने Maharashtra एसएससी परीक्षा पास कर ली है।
जब सब नेता संसद में थे, बेच दिया था संसद नटवरलाल कितना सातिर थे बता रहे ये बाबा
Maharashtra के शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े ने 10वीं परीक्षा की सभी 6 प्रश्न पत्रों में न्यूनतम उत्तीर्ण प्रतिशत यानी कि 35 अंक लाने वाले 15 साल के एक छात्र को पुरस्कार में एक साइकिल दी है।
तावड़े ने यह कहा कि मेरे स्कूल के दिनों में ऐसा कहा जाता था कि ठीक 35 प्रतिशत अंक हासिल करने वालों को सरकार की तरफ से साइकिल दी जाएगी। इसीलिए मैंने कोल्हापुर की इंद्रजीत मोरे को साइकिल भेजी। एसएससी परिणाम की घोषणा के बाद से तावडे ने यह कहा था कि वो इंद्रजीत को साइकिल उपहार में देंगे।
कोल्हापुर की शिरोल तालुका में एक छोटे से गांव में रहने वाला इंद्रजीत मोरे जिला अस्तर का कबड्डी का खिलाड़ी है। हालांकि उसने 10वीं की परीक्षा में हर विषय में 35 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। इंद्रजीत को सोशल मीडिया पर भी बधाई दी जा रही है। सांगली मिराज कुपवाड़ नगर निगम के जल विभाग में कार्यरत उसके पिता वसंत ने यह कहा कि वह अपने बेटे के लिए बहुत खुश हैं।