kisan andolan
किसान आंदोलन (kisan andolan) के चलते पूरे देश में किसानों की दुर्दशा की चर्चा है। ऐसा नहीं है कि किसान आज से ही परेशान है और आज से ही खुद खुशी कर रहा है। देश की सरकारें आती-जाती रही हैं लेकिन देश का किसान गरीब का गरीब ही रहा है। हर क्षेत्र में प्राइवेटेशन हो रहा है । और अब आंदोलित किसानों का भी मानना है कि अब तीन कृषि कानूनों से कृषि में भी प्राइवेटेशन होने वाला है।
लखनऊ यूनिवर्सिटी के छात्रों ने देश के किसानों की दुर्दशा को अपनी कला से चित्रित किया है। लखनऊ यूनिवर्सिटी के छात्रों ने खेत पर बने हुए बिजुको को पेड़ पर लटका दिया है। कोई सच्चा किसान, कोई सच्चा देश प्रेमी इस तस्वीर को देखकर बिना भावुक हुए नहीं रह सकता।
लेकिन यह हमारे देश की सच्चाई है। हमारे देश में किसान आत्महत्या का आंकड़ा भी अब छुपा लिया जाता है। लेकिन सच्चाई किसी आंकड़े की मोहताज नहीं होती। प्रतिवर्ष हजारों किसान गरीबी और कर्ज के होने से आत्महत्या जैसा कदम उठाते हैं।