” लाल सिंह चढ्ढा” बॅालीवुड की एक ऐसी फिल्म बनी है जिसमें कलाकारों ने अपने जीवन के 200 दिन व्यतीत किए हैं। यह बात तो सब जानते ही हैं कि आमिर खान बी टाउन के मिस्टर परफेक्शनिस्ट कहलाते हैं तो फिर भला वह अपनी पिक्चर को परफेक्ट बनाने से कैसे पीछे हटेंगे। तो आपको बता दें कि मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान की इस फ़िल्म का शूटिंग करीब 100 लोकेशन्स पर हुआ है। देश के करीब सौ स्थलों की खाक छान कर आमिर खान ने फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ की शूटिंग पूरी की है। इस पिक्चर में करीना कपूर आमिर खान की हीरोइन की भूमिका निभा रही है। कोरोना महामारी को लेकर आमिर इस फिल्म की रिलीज को तैयार नहीं थे मगर अब जब की देश में सब कुशल मंगल है तो यह फिल्म भी जल्द ही रिलीज होगी। इस फिल्म कि स्टोरी की बात करें तो ऑस्कर विनर फिल्म ‘फॉरेस्ट गम्प’ की ऑफिशियल हिंदी रीमेक के तौर पर बन रही इस पिक्चर ‘लाल सिंह चड्ढा’ में आमिर खान दर्शकों को देश के पांच दशक से भी अधिक के इतिहास को परदे पर जिवंत करने वाले हैं। हमारे देश में हुई विभिन्न राजनीतिक, सैनिक और भौगोलिक घटनाओं की पृष्ठभूमि पर आधारित इस फिल्म की कहानी में एक सैनिक के अदम्य साहस और जीवन के प्रति उसके अनुराग को फिल्माया गया है।
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वैसे तो हर एक अभिनेता या अभिनेत्री अपने किरदार में जान डालने के लिए अपने आप में कई सारे शारिरिक और मानसिक बदलाव करते हैं। किंतु, एक्टर और निर्माता आमिर खान ने अपनी फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ के लिए मानसिक रूप से भी बहुत ही जद्दोजहद की है। आमिर के करियर की यह एक ऐसी फिल्म है जिसके के लिए उन्हें शारीरिक बदलाव के भी कई दौर से गुजरना पड़ा। अपने किरदार को सांचे में डालकर परदे पर सही तरीके से पेश करने के लिए वह आखिर तक समर्पित ही रहे।
आमिर खान की इस फिल्म फिल्म की शुटिंग से ही इसके चर्चे आम थे। लोगों को इस फिल्म का बड़ी ही बेसब्री से इंतज़ार भी है। आमिर की फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ की शूटिंग 200 दिनों तक चली और यह आमिर खान की पिक्चर ‘लगान’ के बाद शूट की गई सबसे लंबी मूवी है। स्वाभाविक रूप से, इस फिल्म का लंबा शेड्यूल सभी सुपरस्टार्स की फ्यूचर कमिंटमेंट पर भारी पड़ने वाला था लेकिन फिर भी उन्होने धैर्य और लगन से टीम का सहयोग किया।
फिल्म की एक और विशेषता भी है कि इस फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ के साथ एक खास रिकॉर्ड भी जुड़ गया है क्योंकि ये फिल्म हमारे देश के 100 से भी अधिक स्थलों पर शूट की गई है। पहली बार हमें अलग अलग स्थलों पर घटित देश की ऐतिहासिक घटनाओं का किसी एक ही फिल्म में एक साथ ये अनोखा परिचय होगा। यह एक ऐसी पिक्चर है कि जिसके जरिये आज की युवा पीढ़ी अपने देश के इतिहास को निष्पक्ष तरीके से समझेगी और आमिर खान की यह मंशा भी है कि बिना किसी तरह की राजनीतिक टिप्पणी के वह अपनी फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ को इस समय की कम से कम तीन पीढ़ियों के लिए आकर्षक और मनोरंजक फिल्म के तौर पर पेश कर सकें।
मिस्टर परफेक्शनिस्ट ने अपनी इस फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ को देश भर में बड़े पैमाने पर तो शूट कर ही लिया किन्तु , एक महत्वपूर्ण बात यह है कि इस फिल्म के अपने किरदार में ढलने के लिए आमिर ने हर मुमकिन प्रयास करते हुए अपने किरदार को जिवंत किया है । इस फिल्म की मेकिंग के दौरान उन्होंने मोबाइल और सोशल मीडिया से भी खुद को अलग कर दिया था। क्योंकि उन्हें फिल्म के लिए 200 दिन बिना किसी रुकावट के सिर्फ मेकिंग पर ही अपना ध्यान केंद्रित काम करना था। इस फिल्म के रशेज देखने वाले लोग कह रहे हैं कि ये फिल्म हमारे देश में सिनेमा का एक नया ही टर्निंग प्वाइंट साबित होगी ।
आमिर खान के फिल्म मेकिंग के इतिहास कर नजर करते हैं तो यह बेमिसाल और बेजोड़ ही रहेगा। आमिर के प्रोडक्शंस का कोई सानी नहीं है क्योंकि इन्होंने हर दौर में सिनेमा का कलेवर और करिश्मा बदलने वाली फिल्में ही बनाई हैं। आमिर ने ‘लगान’, ‘तारे जमीं पर’ , थ्री इडियट’ और ‘दंगल’ जैसी फिल्मों से दर्शकों अपनी समय से आगे की सोच से अवगत कराया है। उनकी हर ऐसी फिल्म की सफलता के बाद हिंदी सिनेमा ने उनके चलन को भी बार बार ही कॉपी भी किया है। इस ऐतिहासिक फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ का स्क्रीनप्ले एरिक रोथ और अतुल कुलकर्णी ने द्वारा लिखा गया है और इसके निर्देशक आमिर खान के पुराने सहयोगी अद्वैत चंदन है। फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ अगले साल बैसाखी के पर्व पर रिलीज होने की संभावना हैं।