ISRO अर्थात भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र से आप सभी लोग परिचित होंगे और इसके कार्यों से भली भाँति अवगत भी होंगे,इसके अनेक कार्यों में से एक कार्य यह भी रहा है कि यह समय समय पर विदेशी उपग्रहों को लांच करता रहा है परंतु पिछले कुछ समय से इसके इस कार्य मे गिरावट दर्ज की गई है जिसकी पूरी रिपोर्ट हम आपको बताने वाले हैं,लेख को पूरा और ध्यान से पढ़ें…।
ISRO इसरो अर्थात भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र से आप सभी लोग परिचित होंगे और इसके कार्यों से भली भाँति अवगत भी होंगे,इसके अनेक कार्यों में से एक कार्य यह भी रहा है कि यह समय समय पर विदेशी उपग्रहों को लांच करता रहा है परंतु पिछले कुछ समय से इसके इस कार्य मे गिरावट दर्ज की गई है जिसकी पूरी रिपोर्ट हम आपको बताने वाले हैं,लेख को पूरा और ध्यान से पढ़ें…।
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रिपोर्ट के मुताबिक ISRO द्वारा लॉन्च किये गये विदेशी उपग्रहों की संख्या में लगातार गिरावट आ रही है,और इस विषय मे कई समाचार पत्रों ने प्रमुखता से रिपोर्ट प्रकाशित की है परंतु आंकड़ो की बात करने से पहले हम आपकी विश्वसनीयता के लिये यह बता देते हैं कि यह रिपोर्ट वास्तव में किसके द्वारा दी गयी है,तो आपको बतायें की यह रिपोर्ट डिपार्टमेंट ऑफ स्पेस द्वारा जारी की गई है,अतः विस्तृत विश्लेषण आप डिपार्टमेंट की ऑफिशियल वेबसाइट पर भी देख सकते हैं।
रिपोर्ट में दिये गये आंकड़ों की शुरुवात 2015 से की गई है तो आपको बता दें कि 2015 मे ISRO ने कुल 17 विदेशी उपग्रहों को लॉन्च किया था।
2015 के बाद जब 2016 कि रिपोर्ट देखी जाती है तो मोटे तौर पर लांच किये गये विदेशी उपग्रहों की संख्या में मोटे तौर पर इज़ाफ़ा देखा गया अगर बात आंकड़ो में की जाये तो इस वर्ष संख्या 22 रही अर्थात 2015 से 5 उपग्रह ज्यादा लांच किये गये।
विदेशी उपग्रहों की को लॉन्च करने की संख्या में 2017 एक स्वर्णिम वर्ष साबित हुआ क्योंकि इस वर्ष ISRO द्वारा लांच किये गये विदेशी उपग्रहों की संख्या में काफी बढोत्तरी दर्ज की गई,आंकड़े देखें तो आपको मिलेगा की वर्ष 2017 में इसरो ने कुल 130 विदेशी उपग्रहों को लांच किया था।
2015 से 2017 तक कि रिपोर्ट तो सकारात्मक नजर आती है परंतु 2018 पहुँचने पर इन आंकड़ों में गिरावट दर्ज होने लगती है,बात अगर रिपोर्ट की करें तो आपको बता दें कि जहाँ 2017 में कुल 130 विदेशी उपग्रह लांच किये गये तो वहीं 2018 में यह संख्या मात्र 60 थी।
2018 से आगे बढ़कर अगर 2019 पर आते हैं तो इस वर्ष भी कोई बढोत्तरी दर्ज नहीं कि गयी उल्टे आंकड़े नीचे की ओर गिरते हुये दिखे क्योंकि जहाँ पर 2018 में संख्या 60 हुआ करती थी वही 2019 में पहुँचकर 50 पर आ गयी।
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डिपार्टमेंट ने 2015 से लेकर 2020 तक कि रिपोर्ट प्रकाशित की है,आपको बता दें कि इस रिपोर्ट के मुताबिक सबसे खराब आंकड़े 2020 के रहे हैं।
गौरतलब है कि यह वह समय था जब पूरी दुनिया कोरोना से जूझ रही थी तो हर क्षेत्र की तरह इस क्षेत्र पर भी कोरोना का असर दिखा।
आंकड़ो की तरफ नजर दौड़ायें तो इस वर्ष लांच किये गये विदेशी उपग्रहों की संख्या मात्र 9 थी जो 2015 से भी कम है।