इटावा लायन सफारी में जेनिफर ने दिया है केसरी को जन्म,
दो मादा व नर शेर गोरखपुर चिड़ियाघर के लिए आवंटित,
गुजरात के गिर के जंगलों में जवान हुई शेरनी जेनिफर ने इटावा के लायन सफारी के 3 माह पूर्व शावक को जन्म दिया है। जेनिफर ,लायन टीम के उस रास्ते में शामिल है, जिसे शहीद अशफाक उल्ला खान प्राणी उद्यान गोरखपुर लाया जाएगा ।पहले इस इस टीम में दो शेरनियां और एक शेर शामिल थे ,लेकिन अब चिड़ियाघर का निर्माण पूरा होने के बाद जेनिफर की संतान केसरी भी गोरखपुर आएगा । वहां यहां अपनी मां के साथ 2750 वर्ग मीटर के बाड़े में दहाड़ेगा।
इस बात को बल मिल रहा है केसरी की आयु से, जन्म के बाद शावकों को साल भर तक मां के साथ रखा जाता है। केसरी अभी 3 माह का है।शहीद अशफाकउल्लाखान प्राणी उद्यान गोरखपुर के लिए कार्यदायी संख्या में 15 अगस्त तक का पूरा किए जाने का समय लिया है ।ऐसे में 3 माह बाद भी शेर गोरखपुर चिड़ियाघर में लाए हैं तो भी केसरी की उम्र तक माह रहेगी, ऐसे में उसे मां से अलग नहीं किया जा सकता।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयास पर गुजरात के जूनागढ़ के शक्करबाग प्राणी उद्यान ने सितंबर में इटावा लायन सफारी को 8 शेर दिए थे ।इसमें से एक नर और मादा बब्बर शेर गोरखपुर के लिए मिले थे।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन जी सुनील पांडे का कहना है गोरखपुर को बेस्ट थ्री लायन दिए जाएंगे इनमें दो मादा एक न शामिल है यदि जेनिफर बेस्ट की श्रेणी में आएगी तो उसे वहां भेजा जाएगा इसकी पूरी संभावना भी बन रही है।