

Earth 6 Seasons Warning
Earth 6 Seasons Warning : यह चिंताजनक खबर है। इसके पीछे हम ही ज़िम्मेदार हैं। पारिस्थितिकी तंत्र के प्रति इंसानों की गैर-ज़िम्मेदाराना हरकतों का नतीजा हमें भविष्य में जलवायु परिवर्तन के रूप में देखने को मिल सकता है। इसी कड़ी में, वैज्ञानिकों ने एक बड़ा दावा किया है कि अब 4 की बजाय 6 ऋतुएँ होंगी। आइए जानें कि ये दो अतिरिक्त ऋतुएँ कौन-सी हैं।
अब आपको 4 नहीं, बल्कि 6 ऋतुएँ देखने को मिलेंगी। जी हाँ। अब आने वाले समय में जलवायु परिवर्तन के प्रभाव दिखने शुरू हो जाएँगे। इसकी वजह भी हम ही हैं। यह प्रभाव इंसानों की गैर-ज़िम्मेदाराना हरकतों के कारण होगा। इस बीच, आगे जानते हैं कि बाकी दो ऋतुएँ कौन-कौन सी होंगी।
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इंसानों की बढ़ती अमानवीय हरकतों के कारण पृथ्वी को भारी नुकसान पहुँच रहा है और प्रदूषण बढ़ रहा है। ऐसे में वैज्ञानिकों ने सबके सामने एक चौंकाने वाला दावा किया है। उनका मानना है कि अब पृथ्वी पर 4 की बजाय 6 ऋतुएँ होंगी। ये दोनों ऋतुएँ आधिकारिक रिकॉर्ड में दर्ज हो चुकी हैं। वैज्ञानिकों का यह भी मानना है कि पारिस्थितिकी तंत्र के प्रति इंसानों की गैर-ज़िम्मेदाराना हरकतों ने जलवायु परिवर्तन में अहम भूमिका निभाई है।
मौसम विज्ञानियों का दावा है कि चार नहीं, बल्कि छह मौसम होंगे। ऐसा लगातार बढ़ते प्रदूषण और बदलते मौसम के कारण हो रहा है। इन दो मौसमों को “स्मॉग सीज़न” और “कचरा सीज़न” (Smog And Trash season) कहा जाता है। ये मौसम पारिस्थितिक तंत्रों को भी नष्ट कर सकते हैं और आने वाले समय में इनके और विनाश का खतरा लगातार बना हुआ है।
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Earth 6 Seasons Warning: इन ऋतुओं का आगमन पूरे इकोसिस्टम और पर्यावरण, दोनों के लिए ख़तरा पैदा कर सकता है। इन परिवर्तनों का मानव जीवन, वन्यजीवों और समुद्री जीवन पर भयानक प्रभाव पड़ेगा, जो बिल्कुल भी अच्छा नहीं है। दक्षिण एशिया और भारत के कुछ हिस्सों में धुंध छाई रहती है और इसमें ऐसे रसायन होते हैं जो मानव जीवन के कई पहलुओं को प्रभावित करते हैं।
कई शोधकर्ताओं और वैज्ञानिकों का मानना है कि ऋतुओं के आगमन का समय बदल रहा है और लगभग पूरी तरह से अनियमित होता जा रहा है। जैसे-जैसे गर्मी पहले आती है और अपेक्षा से ज़्यादा समय तक रहती है, बसंत जल्दी आता है, और एंडीज़ तथा रॉकी पर्वतों की बर्फ़ पिघल रही है, वहाँ खेले जाने वाले शीतकालीन खेल भी रुक रहे हैं।
यदि 6 ऋतुएं हों तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
इन ऋतुओं का आगमन इकोसिस्टम और पर्यावरण दोनों के लिए खतरा पैदा कर सकता है।
ये 9 ऋतुएँ मानव जीवन, वन्य जीवन और समुद्री जीवन में परिवर्तन को प्रभावित कर सकती हैं।
दक्षिण एशिया और भारत के कुछ हिस्सों में धुंध छाई हुई है और उस धुंध में मौजूद केमिकल मानव स्वास्थ्य के लिए अच्छे नहीं हैं।