रविवार को आजमगढ़ के मुल्लू पुर गांव में जश्न का माहौल रहा। यहां के निवासी व 1995 बैच के “आईपीएस” इंद्र देव शुक्ला को गोवा का ‘डीजीपी’ बनाया गया है। कई राज्यों में वो उच्च पदों पर रह चुके हैं। उन्होंने यह कहा कि युवा वर्ग अभाव में निराश न हो। नैतिक मूल्यों को ही जीवन का आधार बनाकर अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए लगातार कोशिश करते रहे। इससे जीवन के हर एक क्षेत्र में कामयाब हुआ जा सकता है।
इस पोस्ट में
बेटे के ‘डीजीपी’ बनने पर पिता मुसाफिर शुक्ला काफी खुश हैं। उन्होंने कहा कि बेटे के इस कामयाबी पर बहुत खुशी मिल रही है। इसे चंद शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। बेटा हमेशा से ही अपने कर्तव्य के प्रति सजग रहता था। यह बेटे की ईमानदारी व कर्तव्य निष्ठा का ही परिणाम है कि वह आज इस मुकाम पर हैं। हालांकि गांव के लोगों ने भी मुसाफिर शुक्ला को मिठाई खिलाकर खुशियां बाटी।
दिल्ली में एंटी करप्शन ब्यूरो के ‘डीसीपी’ रहते हुए आम लोगों को उन्होंने स्ट्रिंग ऑपरेशन करना सिखाया। उन्होंने इस तरह ही करप्शन करने वालों पर अंकुश लगाया। इसके साथ ही साथ भ्रष्ट लोगों को सलाखों के पीछे पहुंचाया। इंद्र देव शुक्ला मिजोरम में ‘एसपी’, पांडुचेरी में ‘डीआईजी व आईजी’ दोनों रह चुके हैं। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो डिप्टी डायरेक्टर एडमिनिस्ट्रेशन एंड क्राइम रहे। इसके अलावा भी JD क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम रह चुके हैं।