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कोरोना वायरस के चलते लोगों तथा छात्रों को करना पड़ रहा परेशानी का सामना, भय का माहौल

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कोरोना वायरस आज चीन, इटली ,अमेरिका तथा यूरोप के अन्य देशों में फैल चुका है तथा इससे मरने वालों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। इसके कदम भारत में भी आ चुके हैं। सरकार द्वारा जारी निर्देशानुसार शिक्षण संस्थानों (स्कूल, कॉलेजों ,कोचिंग संस्थानों) को बंद कर दिया गया है। कई परीक्षाएं जैसे सीबीएससी ,आईआईटी मेंस की परीक्षाएं आदि टाल दी गई हैं ।एसएसबी की परीक्षा, एयरफोर्स तथा अन्य परीक्षाएं भी टली हैं। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद इलाहाबाद ने कॉपी के मूल्यांकन को रोक दिया है ।जिसके चलते जो रिजल्ट अप्रैल आखरी में आने वाला था वह अब देरी से आएगा ,इसके कारण शेडूल में देरी हो रही है। इसके अलावा कई राज्यों तथा दिल्ली में मल्टीप्लेक्स, बाजार, सार्वजनिक स्थल आदि को बंद कर दिया गया है ।

सरकार के निर्देशानुसार कुछ समय तक सरकारी विभागों में कर्मचारियों की उपस्थिति बायोमैट्रिक सिस्टम से नहीं ली जाएगी।

इन सबके चलते आम लोगों को जिन्हें विद्यालय या रोज ऑफिस आदि जाना होता है ,उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है ।इससे जनजीवन बुरी तरह अस्त-व्यस्त है तथा लोगों के आम जीवन पर यह बहुत ही बुरा असर डाल रहा है। छात्रों को भी इन समस्याओं से रोजाना दो चार होना पड़ रहा है। विद्यालय ,कोचिंग संस्थान आदि बंद होने से छात्रों को पढ़ाई में समस्या आ रही है।वह किसी विषय की तैयारी सुचारू रूप से नहीं कर पा रहे। कई बच्चे अपनी टली हुई परीक्षाओं को लेकर परेशान दिखे। उनका कहना है कि उन्होंने जी जान लगाकर पढ़ाई की थी । परीक्षाओं की तिथि बदलने से उन्हें काफी झटका लगा है ।वापस होने तैयारी करनी होगी तथा रिवीजन भी करना पड़ेगा। ऐसे में ही किसी यूनिवर्सिटी की प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को भी असुविधा हो रही है। अता मोहम्मद जो कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद से बारहवीं की परीक्षा देकर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय तथा जामिया मिलिया इस्लामिया की प्रवेश परीक्षा के लिए तैयारी कर रहे हैं उनका कहना है –

“कोरोना वायरस से परिवार वाले काफी चिंतित हैं। बार-बार सतर्क रहने की सलाह देते हैं। कोचिंग सेंटर आदेश के बाद बंद हो गया है जिसके कारण हम किसी भी यूनिवर्सिटी के प्रवेश परीक्षा के लिए कोचिंग में तैयारी नहीं कर पा रहे हैं। इस वजह से हमें काफी दिक्कतें हो रही हैं।”

अता मोहम्मद ,छात्र

शशिकांत यादव जो कि दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के बीकॉम द्वितीय वर्ष के छात्र हैं तथा रेलवे, SSC तथा एयरफोर्स आदि परीक्षाओं की तैयारी करते हैं उनका कहना है-“एग्जाम चल गया है मैंने काफी मेहनत किया था वापस तैयारी करनी पड़ेगी कोचिंग बंद हो गया है, तैयारी नहीं हो पा रहा है

शशिकांत यादव, छात्र

नितेश कुशवाहा जोकि कक्षा 12वीं में प्रवेश ले रहे हैं तथा एक व्यवसायी का कार्य भी करते हैं उनका कहना है कि व्यापार पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है ,काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। कोचिंग संस्थान बंद हो जाने से काफी दिक्कत हो रही है।

नितेश कुशवाहा ,छात्र

“हम सब घर छोड़कर गोरखपुर में पढ़ने के लिए आए हैं और एग्जाम खत्म होने के बाद यूनिवर्सिटी में प्रवेश परीक्षा की तैयारी सुचारू रूप से नहीं कर पा रहे हैं।कारण यह है कि कोरोनावायरस से सभी संस्थाएं बंद है ।हॉस्टल भी खाली कराया जा रहा है, इसके कारण घर वाले भी चिंतित हैं सरकार को इसकी रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए व एंटीबायोटिक बनाने के लिए रिसर्च करना चाहिए”-नूरुद्दीन खान, छात्र नेता ( इस्लामिया कालेज)

नूरुद्दीन खान ,छात्र नेता ( इस्लामिया कॉलेज)

कुल मिलाकर बात यह है कि कोरोनावायरस का डर लोगों में बढ़ रहा है ।सावधानी ही इसका इलाज है। देश के सभी लोगों को एकजुट होकर संकल्प करके संक्रमण से बचने के तरीके इख्तियार कर रहे होंगे तथा सरकार, रोग विशेषज्ञ एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी की गई एडवाइजरी का पालन करना होगा। मानव जाति के ऊपर आए इस संकट से बचने के लिए सरकार को हर समय सतर्क रहने की आवश्यकता है ।लोगों में जागरूकता लाना बहुत जरूरी है। कोरोना के लक्षण मिलते ही अच्छे डॉक्टर से संपर्क करना होगा तथा हर पल सावधानी बरतनी होगी।

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