Chitra Ramkrishna: NSE फ्रॉड केस में गिरफ्तार हुई, संवेदनशील जानकारी ‘हिमालयन योगी’ के साथ साझा की थीNSE की पूर्व CEO चित्रा रामकृष्ण को CBI ने गिरफ्तार कर लिया है। उनकी गिरफ्तारी के पहले ही केंद्रीय जांच एजेंसी उनसे कई बार पूछताछ कर चुकी थी। चित्रा रामकृष्ण ने ये कह कर सनसनी फैला दी थी कि वह एनएसई के मामले में एक “हिमालयन योगी” के साथ ही जानकारी साझा करती रही थी। चूंकि बाद में उस योगी की पहचान उनके पूर्व सहयोगी के तौर पर ही हुई जिसको उन्होंने मोटे वेतन पर रखा था।
Chitra Ramkrishna सेबी ने चित्र रामकृष्ण को गोपनीय जानकारियां लीक करने का आरोप भी लगाया है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की 3 वर्ष की सीईओ रही चित्रा रामकृष्ण के बारे में इस खुलासे के बाद से शेयर बाजार में हड़कंप मच गया था। हालांकि इस घोटाले की जांच में देरी को लेकर भी काफी सवाल उठे थे। रामकृष्ण की इमेल की जांच पड़ताल की वजह से इस पूरे घटनाक्रम का पता चला था तथा जांच केंद्रीय जांच एजेंसी को सौंपी गई थी।
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Chitra Ramkrishna एनएसई (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) के पूर्व प्रमुख चित्रा रामकृष्ण के नियम को कथित तौर पर प्रभाव डालने वाला “हिमालय योगी”की पहचान उनके सहयोगी आनंद सुब्रह्मण्यम के रूप में ही हुई है। NSE के इस पूर्व अधिकारी को शेयर बाजार में धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार भी किया गया था। हालांकि सीबीआई सूत्रों ने पिछले हफ्ते ही यह कहा था कि एनएसई का पूर्व अफसर आनंद ही वो योगी था। जिसने ईमेल के जरिए ही चित्रा के साथ तमाम संवेदनशील जानकारियों पर बात भी की थी।
Chitra Ramkrishna गौरतलब है कि सेबी ने पहले ही कहा था कि आनंद की विवादित नियुक्ति उन फैसलों में से एक थी जो चित्रा ने कथित के तौर पर योगी के प्रभाव में आकर की थी। सूत्रों ने यहां बताया कि ईमेल आईडी से आनंद सुब्रमण्यम के योगी होने का खुलासा हुआ था। जांच एजेंसी के मुताबिक इस बात के सबूत हैं कि सुब्रमण्यम ने ईमेल आईडी rigyajursama@outlook.com बनाई थी। जांच एजेंसी के सूत्रों ने यह बताया कि चित्रा ने अपने ईमेल आईडी rchitra@icloud.com के जरिए NSE से जुड़ी गोपनीय जानकारी वर्ष 2013 से 2016 के बीच rigyajursama@outlook.com पर Share की थी।
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Chitra Ramkrishna सूत्रों का यह कहना है कि एक ईमेल आईडी से आनंद सुब्रमण्यम के ही योगी होने का मामला अब सामने आया था। जांच एजेंसी के मुताबिक इस बात के ठोस सबूत हैं कि सुब्रमण्यम ने ही email बनाया था। सूत्रों ने यह बताया कि चित्र ने वर्ष 2013 से 2016 के बीच NSE के CEO रहने के दौरान ही तमाम जानकारियां दूसरे मेल पर शेयर की थी। इनमें से कुछ मेल कथित तौर पर आनंद सुब्रमण्यम के एक अन्य email ID पर भी चिन्हित थे।
Chitra Ramkrishna इस मेल के स्क्रीनशॉट आनंद सुब्रमण्यम से 4 दिन पूछताछ की गई थी तथा फिर 26 फरवरी को उसे चेन्नई से गिरफ्तार किया गया था। सुब्रमण्यम को वर्ष 2013 में NSE में मुख्य राजनीति सलाहकार बनाया गया था तथा बाद में उन्हें वर्ष 2015 में ग्रुप ऑपरेटिंग ऑफिसर के तौर पर प्रोन्नत किया गया था। वर्ष 2016 में अनियमितता के आरोपों को लेकर सुब्रमण्यम NSE छोड़ दिया था। हालांकि सुब्रमण्यम की गिरफ्तारी के बाद से यह अंदेशा लगाया जा रहा था कि CBI चित्र पर भी शिकंजा कस सकती है।