Defense Budget: सोने का भारत और चीन के संबंधों से अच्छी तरह वाकिफ हैं चीन हमेशा से दूसरे देशों के प्रति खासकर भारत के प्रति अपना साम्राज्य वादी रवैया बनाता है वह लगातार भारत की जमीन पर कब्जा करने की नापाक कोशिश करता रहता है इसी क्रम में चीन ने शनिवार को अपना वार्षिक रक्षा बजट पिछले साल के 209 अरब डालर से 7.1 फ़ीसदी बढ़ा कर 230 अरब डॉलर कर दिया है
चीन के प्रधानमंत्री ली कीकियांग द्वारा नेशनल पीपुल्स कांग्रेस को पेश बजट प्रस्तावों के मसौदे के मुताबिक चीन सरकार वित्त वर्ष 2022 के लिए 1.45 युआन यानी 230 अरब डालर का रक्षा बजट प्रस्तावित कर रही है जो कि भारत के सैन्य खर्च का 3 गुना है ऐसे में या भारत के लिए विचार का विषय बन जाता है।
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आपको बता दें एनपीसी यानी नेशनल पीपुल्स कांग्रेस का पेश कार्य रिपोर्ट मैं लेने पीएलए अर्थात चीनी सेना से विराट युद्ध तैयारी का आह्वान किया है पीएम लीके कि यांग ने कहा पीएलए को चीनी संप्रभुता सुरक्षा और विकास हितों की रक्षा के लिए दृढ़ व लचीले तरीके से सैन्य संघर्ष की जरूरत है।
बुलाना पड़ता है आपको बता दें हिंदू प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती तनातनी के बीच रक्षा खर्च में यह प्रतीत हुई है यह रक्षा बजट भारत मैं 5.25 लाख करोड़ से 3 गुना है चीन रक्षा बजट में वृद्धि का प्रस्ताव भारत के साथ पूर्वी लद्दाख के गतिरोध और अमेरिका से बढ़ते राजनीतिक व सैन्य तनाव के बीच आया है।
आपको बता दें कि नहीं रक्षा बजट में विमान वाहक वायु सेना और मिसाइल प्रणालियों के निर्माण समेत नौ सेना के तेजी से आधुनिकीकरण का ज्यादा खर्च शामिल नहीं है।
आपको बता दें इस बार चीन ने अपने सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी का लक्ष्य पिछले साल से 6.1% से घटाकर 5.5% कर दिया है इसकी घोषणा स्वयं प्रधानमंत्री ली कीकियांग ने की उन्होंने बताया कि चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है जो कि 2021 में 8.1% तक इससे बढ़कर 18 खरब डॉलर हो गई है।
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आपको हमने बताया कि किस तरह चीन ने अपने सैनिक क्षमता का 3 गुना बढ़ा दिया है तथा जीडीपी को घटाने का फैसला किया है इसी बीच विकास गति सरकार के 6% लक्ष्य से ऊपर रही थी उन्होंने 2022 में 1.1 करोड़ से अधिक नई नौकरियों के सृजन की योजना बनाई है।