Swiss Bank: स्विट्जरलैंड स्थित स्विस बैंक ने भारतीय खाताधारकों सहित दुनिया के कई देशों के अकॉउंट होल्डर्स की चौथी लिस्ट जारी की है । इस लिस्ट में भारत के उन लोगों या संगठनों के नाम हैं जिन्होंने स्विस बैंक में अपना पैसा जमा कर रखा है । भारत को ये सूचना स्विट्जरलैंड के साथ एक समझौते के तहत प्राप्त हुई है जिसके बाद अब भारत के कई बड़े नामों , प्रतिष्ठानों, संगठनों के नाम सामने आने वाले हैं ।
वहीं स्विस बैंक द्वारा चौथी लिस्ट जारी किए जाने के बाद आयकर विभाग भी कमर कस तैयार हो चुका है और लिस्ट में शामिल खाताधारकों , संगठनों की आय के स्रोतों की जांच करेगा ।
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भारत को स्विट्जरलैंड स्थित स्विस बैंक से चौथी लिस्ट हासिल हुई है । यह लिस्ट स्विस बैंक ने सालाना स्वचालित सूचना विनिमय अर्थात Annual automatic information exchange (AAIE) के तहत भारत से साझा की है । बता दें कि स्विस बैंक इस समझौते के तहत बैंक में खुले खातों और उनमें जमा रकम की सूचना भारत सरकार से समय समय पर साझा करता रहता है । इससे पहले स्विस बैंक ने भारत सरकार को 3 सूचियां उपलब्ध करवा चुका है ।
Swiss Bank द्वारा जारी की गई इस लिस्ट में भारत सहित 101 देशों के लगभग 34 लाख खातों की डिटेल्स शेयर की गई है । ये दुनियाभर के उन खाताधारकों की लिस्ट है जिन्होंने स्विट्जरलैंड स्थित स्विस बैंक में बड़ी रकम जमा कर रखी है । प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक भारत के साथ साझा की गई इस चौथी सूची में भारत के सैकड़ों लोगों की जानकारियां दी गयी हैं जिन्होंने इस बैंक में रकम जमा कर रखी है ।
रिपोर्ट के अनुसार इस लिस्ट में कुछ व्यक्तियों, संगठनों, कार्पोरेट्स और ट्रस्टों से जुड़े खाते शामिल हैं जिनमें बड़ी रकम जमा है । हालांकि भारत के साथ बैंक ने जो लिस्ट शेयर की है उसमें ये नहीं बताया है कि जो रकम यहां जमा की गई है वह लीगल है या ब्लैक मनी है ।
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वहीं Swiss Bank से चौथी लिस्ट मिलने के बाद आयकर विभाग(Income tax department) ने भी कमर कस ली है । पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक भारत का आयकर विभाग लिस्ट में शामिल नामों के वित्तीय लेनदेन, आय से जुड़ी जानकारियों और स्विस बैंक में जमा रकम के सम्बंध में जांच करेगा । रिपोर्ट के अनुसार इनकम टैक्स विभाग स्विस बैंक से मिले डिटेल्स का इस्तेमाल कर मनी लांड्रिंग, टेरर फंडिंग और टैक्स चोरी से सम्बंधित जांच करेगा । बता दें कि स्विस बैंक में लोग टैक्स बचाने या अन्य वित्तीय हेरफेर करने के उद्देश्य से पैसा जमा कराते हैं ।
बैंक द्वारा लिस्ट भारत सरकार को सौंपने के बाद इन्कम टैक्स डिपार्टमेंट इन खातों की बारीकी से जांच करेगा। स्विस बैंक द्वारा जारी इन डिटेल्स से ऐसे लोगों का पता लगाने में आसानी होगी जो टैक्स बचाने या अन्य वित्तीय गड़बड़ियां करने के उद्देश्य से अपनी बेहिसाब कमाई स्विस बैंक में जमा करवाते हैं ।
भारत को इस समझौते के तहत यह चौथी लिस्ट प्राप्त हुई है । बता दें कि भारत सरकार को AEOI के तहत पहली लिस्ट सितंबर 2019 में मिली थी । जब यह जानकारी स्विस बैंक ने जारी की थी तब इसमें 75 देश शामिल थे । वहीं पिछले वर्ष जारी की गई तीसरी लिस्ट में 86 देशों के बैंक खाताधारकों के नाम शामिल थे । पीटीआई के मुताबिक फेडरल टैक्स एडमिनिस्ट्रेशन(FTA) ने सोमवार को भारत सहित 101 देशों की Swiss Bank के खाताधारकों की लिस्ट शेयर करी है । वहीं इस बार 5 नये देशों को डेटा एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत शामिल किया गया है जिनमें से अल्बानिया, ब्रुनेई दारुस्सलाम,पेरू, तुर्की और नाइजीरिया हैं ।
वहीं एफटीए ने इस बात की भी जानकारी दी कि इस बार करीब 1 लाख नये एकाउंट खोले गए हैं। एफटीए ने जिन खाताधारकों की लिस्ट सौंपी है उनकी व्यक्तिगत जानकारी जैसे खाताधारक का नाम,पता,निवास के साथ अन्य वित्तीय सूचनाएं उपलब्ध करवाई गई हैं । बता दें कि स्विस बैंक इस समझौते के तहत पांचवीं लिस्ट अगले वर्ष सितंबर में जारी करेगा ।