Baby Five of Madhu: Weird Cases In India, यदि आपके भी दो बच्चे हैं और आपके बच्चे के आधार कार्ड में बच्चे के नाम की जगह पहला या दूसरा बच्चा लिखा होगा तो आप क्या करेंगे? आप यही कहेंगे कि इस प्रकार का आधार कार्ड तो हो ही नहीं सकता। किंतु इस समाचार को पढ़ने के बाद आपकी यह मान्यता दी बिल्कुल बदल जाएगी क्योंकि क्योंकि विकास के नाम पर यहां हर चीज मुमकिन है। अब अगर आपको ऐसा एक आधार कार्ड नजर आए जिसमें बच्चे की नाम की जगह पर ‘मधु का पांचवां बच्चा'(Madhu Ka Panchwa Baccha) लिखा हुआ हो तो यकीनन आप इन सरकारी कर्मचारियों की खूबी को दाद दिए बिना नहीं रहेंगे।
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भारत में अक्सर ही अजीबोगरीब मामले सुनने को मिलते हैं। अब इन दिनों एक ऐसी खबर सुर्खियों में है जो आपको बेवजह ही हंसने पर मजबूर कर देगी। दरअसल उत्तर प्रदेश के बदायूं में आधार कार्ड बनाने के दौरान एक बडी अतरंगी लापरवाही देखने को मिली है। अब ये लापरवाही इतनी मजेदार है जिसे देखकर आप भी अपना सर थाम लेंगे। यहां एक बच्चे का आधार कार्ड अचानक ही वायरल होने लगा है।
दरअसल मधु बदायूं के तहसील बिल्सी के एक गांव में रहने वाली एक साधारण महिला है।मधु ने जब अपने पांचवें बच्चे यानि आरती को जन्म दियाऔर कुछ ही दिनों बाद उसका आधार कार्ड भी बनवा लिया। अब यह बेचारी महिला ने आधार कार्ड बनवाने के बाद उसने उसे बिना देखे ही रख लिया था। अपनी बेटी आरती के बड़े होने पर वह उसका दाखिला कराने स्कूल पहुंची तो वहां शिक्षक आधार कार्ड पर बच्ची का नाम पढ़कर चौंक गए। बस यहीं से मधु का पांचवां बच्चा सुर्खियों में आ गया है।
Baby Five of Madhu बच्चे के आधार कार्ड में बच्चे के नाम की जगह ‘मधु का पांचवां बच्चा’ लिखा देखकर स्कूल प्रशासन आधार कार्ड को देखता ही रह गया। सोमवार को अधिकारियों ने इस बात जानकारी देते हुए कहा गया कि आधार कार्ड में आधार नंबर भी नहीं है। शिक्षिका ने मधु के पति दिनेश को आधार कार्ड ठीक कराने को कहा।
साथ ही शिक्षकों ने यह अपील भी की है, इस तरह की गलती को नजरअंदाज करना ठीक नहीं है, समय रहते ही अपने बच्चों के नाम का संसोधन कराएं।
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Baby Five of Madhu आधार कार्ड में बच्चे के नाम की जगह लिखे हुए “मधु के पांचवां बच्चे” पर बहस चीड़ चुकी है। टीवी चैनलों में इसे उत्तर प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों की बहुत ही बड़ी लापरवाही बताया तो किसी ने सिस्टम पर भी सवाल खड़े करना शुरू किया है।