Agneepath Scheme: INDIAN ARMY द्वारा उन शर्तों और सुविधाओं की लिस्ट जारी कर दी गई है जो कि अग्निवीरों के लिए है. सेना का कहना है कि सेना के जवानों के जैसा ही अग्निवीरों को हार्डशिप अलाउंस मिलेगा. इतना ही नहीं बल्कि अग्निवीरों को ड्रेस और ट्रैवल और अलाउंस भी मिलेगा. इसके अलावा सेना ने कहा है कि अग्निवीर सेना के साथ ही खाना खाएंगे और उनके साथ ही काम करेंगे.
मगर अग्निवीरों और आर्मी को मिलने वाली उनकी पहचान, सेवा और सुविधाओं, में क्या अंतर होने वाला है .आज हम आपको इसके बारे में बताएंगे.
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अगर हम बात करें अग्निवीरों को मिलने वाली सैलरी की तो इन्हे ज्वाइनिंग के साथ ही 30 हजार रुपये महीने मिलेगी. मगर इसमें से 30 प्रतिशत तनख्वाह सरकार काट लेगी और उसे इनके नाम से बने एक सेवा निधि फंड में जमा करा देगी. जिससे कि पहले साल में अग्निवीर को 21 हजार रुपये कैश इन हैंड मिलेंगे. और यह पूरे साल के लिए लागू होगा. सबसे खास बात ये है कि सरकार जितना भी पैसा अग्निवीर की सैलरी से काटेगी उतना ही अपनी ओर से भी उनके फंड में जमा करेगी.
वहीं अगर अब हम आर्मी की बात करें तो आर्मी में एक युवा की पहली एंट्री सिपाही के रूप में होती है. एक दसवीं पास युवक अगर सिपाही बनता है तो उसका मूल वेतन लगभग 21 हजार 700 रुपये होता है. जिसके अलावा उसे 5 हजार 200 रुपये मिलिट्री सर्विस पे का मिलता है. इतना ही नहीं बल्कि उसे ट्रांसपोर्ट अलाउंस में लगभग 18 सौ रुपये मिलते हैं. जिसके बाद इन तीनों पर उसे 34 प्रतिशत महंगाई भत्ता भी मिलता है. यह महंगाई भत्ता करीब 9 हजार 7 सौ 58 रुपये होता है. यानी कि सिपाही को लगभग 39000 रुपये सैलरी पहले महीने में मिलती है.
वहीं बात करें अग्निवीरों की दूसरे साल की ग्रॉस सैलरी 33000, तीसरे साल 36 हजार 500 सौ और चौथे साल 40,000 रुपये होगी. इसमें 30 फीसदी कटौती के बाद बाकी रकम उनके हाथ में आने वाली है।
आपको बता दें, सेना ज्वॉइन करने वाले एक सिपाही के साथ यह फायदा है कि केंद्र सरकार की नीतियों के मुताबिक उन्हे उसी साल में दो बार DA बढ़ोतरी का फायदा मिलेगा. वहीं अगर हम बात अग्निवीरों की तनख्वाह कम से कम 1 साल के लिए फिक्स है.
जहां अग्निवीरों की नौकरी 4 साल के लिए होगी, वहीं सेना के जवान कम से कम 15 साल तक नौकरी करते हैं और तभी वह पेंशन और रिटायरमेंट सुविधाओं के लिए हकदार बनते हैं.
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सेना के जवानों को 15 साल की नौकरी के बाद जो रिटायर होने पर पेंशन और ग्रेच्युटी का लाभ मिलता है. वह अग्निवीरों को 4 साल के बाद पेंशन-ग्रेच्युटी जैसा का कोई भी लाभ नहीं मिलने वाला है.
वहीं बता दें, 4 साल की सेवा अवधि के दौरान कटने वाला फंड एकमुश्त रकम के रूप में अग्निवीरों को जरूर मिलेगा. यह रकम 10.04 लाख होगा. इस पर ब्याज जोड़ने के बाद यह रकम 11.71 लाख हो जाएगा जो अग्निवीरों को सेवानिधि पैकेज के रूप में मिलेगा. जो कि आयकर मुक्त होगा.
केंद्र सरकार द्वारा किया गया है कि साल भर में अग्निवीरों को 30 छुट्टियां ही दी जाएंगी. और उनकी जरूरत के मुताबिक ही उन्हें मेडिकल लीव दी जाने वाली है. वहीं सेना की नियमित सेवा में काम करने वालों को एक साल में 90 छुट्टियां मिलती हैं.
अग्निवीरों की पहचान को लेकर सेना का कहना है कि अग्निवीरों को एक अलग पहचान मिलेगी. और इन्हे अपनी सेवा समय अपनी वर्दी पर एक “विशिष्ट प्रतीक चिन्ह” पहनेंगे. जिसपर विस्तृत निर्देश अलग से ही जारी किए जाएंगे. यानी कि सेना, नेवी, एयरमैन से अग्निवीरों का बैज अलग होगा.
वहीं वायुसेना का कहना है कि अग्निवीर एयरफोर्स में एक अलग रैंक बनाएंगे, जो किसी भी अन्य मौजूदा रैंक से अलग होगा.