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Chanakya Niti के अनुसार धन और सम्मान का दोनों का नाश कर देती है यह चार चीजें

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Chanakya Niti

वह 4 चीजें जो धन को और सम्मान दोनों को नाश कर देती हैं

Chanakya Niti: बात किया जाएगा चाणक्य नीति की तो चाणक्य नीति के बारे में हर कोई जानता है लेकिन कुछ ऐसी चीजें हैं चाणक्य नीति अपनाकर के जिंदगी को सरल भी बनाया जा सकता है और कुछ ऐसी चीजें हैं जिसकी Chanakya Niti को अपनाने के यह भी पता चल जाता है कि क्या करना चाहिए जिंदगी में और क्या नहीं करना चाहिए आज के भाग दौड़ भरी जिंदगी में भी Chanakya Niti की बहुत आवश्यकता है चाणक्य नीति एक ऐसी नीति है कि जब मनुष्य अपना रास्ता भटक जाए तो उस समय चाणक्य नीति के आधार पर चलना चाहिए क्योंकि आचार्य चाणक्य ने अपने जीवन में मिले अनुभव को ही अपनी नीति बताया है

  • आचार्य चाणक्य अनुसार जो मनुष्य अपने जीवन में लालच, घमंड ,झूठ ,क्रोध, मोह और दूसरों का तिरस्कार करना आदि चीजों में से दूर है वही मनुष्य सफल मनुष्य है जो मनुष्य दूसरों की बुराइयां करने में लगे रहते हैं उनका मान सम्मान और प्रतिष्ठा जैसी चीजें सब नष्ट हो जाती हैं आचार्य चाणक्य का कहना है कि दूसरों की बुराई करने से अच्छा अपने आप को सफल बनाने में लगा दो दूसरों से जलने से अच्छा कि अपने आप को कैसे अच्छा बनाया जाए यह सोचने में समय लगा दो जो मनुष्य दूसरों की बुराई करते रहता है वह अपनी जिंदगी में कभी भी सफल नहीं हो सकता है और अनेक परेशानियों से घिरा रहता है तो आइए हम आपको बताते हैं कि मां लक्ष्मी की कृपा आप पर बनी रहे इसके लिए कौन सी चाणक्य नीति पर अमल करें

जब कोई मनुष्य विनाश के रास्ते पर चलता है

Chanakya Niti

जब इंसान के अंदर हद से ज्यादा घमंड आ जाता है तो समझ लीजिए कि वह विनाश के रास्ते पर चल रहा है अचार चाणक का यह भी कहना है कि जरूरत से ज्यादा धन मनुष्य को अंधा कर देती है

1. सबसे पहले लालच मनुष्य को कर देती है बरबाद

आचार्य Chanakya Niti के हिसाब से जिस मनुष्य के अंदर लालच आ गया वह मनुष्य बर्बाद हो जाएगा दूसरे के धन को देख करके कभी भी उसे अपना नहीं समझाना चाहिए और ना ही जलन करना चाहिए क्योंकि मनुष्य जब भी संतुष्टि प्राप्त कर सकता है तो खुद के कमाए हुए धन से ही संतुष्टि मिल सकती है किसी व्यक्ति के पास अगर बिना परिश्रम के पैसे आ गए तो ज्यादा समय तक वह पैसा नहीं टिकता है और जिस मनुष्य के पास बिना परिश्रम के धन आ जाता है उसे आगे चलकर आशिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है

2. आचार्य Chanakya Niti के हिसाब से मनुष्य को कभी भी धन का अपमान नहीं करना चाहिए

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आचार्य चाणक्य नीति कहती है कि जो मनुष्य धन आने पर उस पर संयम नहीं रख पाता है ऐसे मनुष्य पर माता लक्ष्मी कभी भी अपना कृपा नहीं बरसाती है और मां लक्ष्मी उस मनुष्य से रुष्ट हो जाती है इसलिए कभी भी धन का अपमान नहीं करना चाहिए लोगों पर ताकत नहीं दिखाना चाहिए

3. दुर्बल लोगो पर अपना ताकत नहीं दिखाना चाहिए

चाणक्य नीति यह भी कहती है कि जो मनुष्य दुर्बल लोगों पर अपना ताकत दिखाता है जो व्यक्ति अपने पद और प्रतिष्ठा का फायदा उठाता है ऐसे मनुष्य का ताकत और धन दोनों बहुत जल्द ही समाप्त हो जाते हैं

4. बुरे संगत में पड़ा हुआ व्यक्ति

आचार्य चाणक्य के नीति के अनुसार जो व्यक्ति बुरी संगत में पड़ जाए वह बुरा करें या ना करें लेकिन बुरी संगत में पड़ने के कारण उसका नाम प्रतिष्ठा धन सब समाप्त हो जाता है

Chanakya Niti के अनुसार

Chanakya Niti के अनुसार कभी भी धन का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए अनावश्यक कभी भी धन नहीं खर्च करना चाहिए जो लोग अपने धन को आना से खत्म करते हैं उनसे लक्ष्मी माता रुष्ट हो जाती है और ऐसे लोगों को अत्यधिक कष्ट मिलता है जो लोग जरूरत से ज्यादा धन खर्च करते हैं उससे धन का अपमान होता है और जब धन का अपमान होता है तो मनुष्य के जीवन में अत्यधिक कष्ट आता है

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Chanakya Niti क्या कहती है

चाणक्य नीति के अनुसार जब कोई मूर्ख व्यक्ति अपनी प्रशंसा कर रहा हो तो वहां पर एक समझदार इंसान को चुप रहना चाहिए चाणक्य नीति यह भी कहती है कि अच्छी संगत में रहना चाहिए हो सके तो किसी का साथ देना चाहिए लेकिन किसी की बुराई नहीं करना चाहिए ऐसा करने से मनुष्य का जीवन का सुख में होता है जो मनुष्य घमंड करता है उसके जीवन में कभी भी खुशियां नहीं आती है

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