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0micron viruss : हमारे देश में कोरोना महामारी की तीसरी लहर ने देश की आम जनता के साथ-साथ हमारे देश के डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों पर भी बहुत बुरा असर डाला है। दिल्ली के बड़े-बड़े अस्पतालों में 750 डॉक्टरों सहित कई नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ कोरोनावायरस से तेजी से संक्रमित हो रहे हैं। यह इनमें से कुछ व्यक्तियों में ज्यादातर हल के लक्षण दिख रहे हैं। तो उन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया है। डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ के बड़ी संख्या में 0micron virus के चपेट में आने के कारण अस्पतालों में नियमित क्लीनिक और सर्जरी को बंद करना पड़ा है। कोरोना के नियंत्रण के बाद ही यह न स्वास्थ्य सेवाओं को फिर से शुरू किया जा सकेगा। देश में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 1.59.632 से अधिक है। भारत देश के अलावा अन्य देशों पर कोरोनावायरस ने अपना कहर जारी रखा हुआ है एक दिन पहले ही दुनिया में कोरोनावायरस के करीबन 22 लाख नए मामले सामने आए हैं।
देश में नए मामलों पर नजर डालें तो सबसे अधिक कोरोना के मामले महाराष्ट्र में नजर आए हैं। महाराष्ट्र में कोरोना के लगभग 41434 मामले मिले और दिल्ली में 20181 मामले आए हैं। दिन पर दिन कोरोनावायरस से पीड़ित लोगों की संख्या एकदम से बढ़ती जा रही है इसके बाद पश्चिम बंगाल मैं 18802 कोरोना संक्रमितों की संख्या देखने को मिली और तमिलनाडु में इस वायरस के मामले 10978 की संख्या में देखने को मिली। कोरोना वायरस से मरने वालों की बात कहें तो केरल में सबसे ज्यादा लोगों ने अपनी जान गंवाई है । देश में 0micron virus के नए वेरिएंट के मामलों में इजाफा हुआ है और इनकी संख्या 3623 हो गई है ।
बड़ी संख्या में डॉक्टरों और स्टाफ के लोगों को संक्रमित होने की वजह से OPD की जो सेवाएं हैं उन पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है । दिल्ली के एम्स के एक डॉक्टर ने बताया है कि दिल्ली की बाकी अस्पतालों के अपेक्षा एम्स की हालात ज्यादा ही खराब स्थिति में है एम्स के 350 रेजीडेंट डॉक्टर आइसोलेशन में है । इनमें से अन्य नर्स उनमें वायरस के लक्षण दिखने के कारण आइसोलेट हो चुके हैं। फिलहाल OPD की सर्जरी को रोक दिया गया है ताकि मरीजों के लिए बेड खाली किया जा सके। पिछले 24 घंटों में करीब 100 से अधिक हेल्थ केयर वर्कर संक्रमित बताए गए हैं। इनके साथ ही साथ एम्स के 400 से ज्यादा कर्मचारी क्वॉरेंटाइन में है। अस्पताल में ओपीडी की सेवाओं के लिए नए मरीजों को लेना बंद कर दिया गया है । वहीं विभाग में 50 से 100 मरीजों को देखा जा रहा है और इमरजेंसी सर्जरी को भी देखा जा रहा है । वहीं सफदरगंज अस्पताल में भी करीब 200 रेजिडेंट डॉक्टरों का पॉजिटिव होना बताया गया है। जिन्हें हल्के लक्षण होने के कारण 7 दिन तक आइसोलेशन में रहना होगा। वहीं पर राम मनोहर लोहिया अस्पताल में 90 से ज्यादा डॉक्टर आइसोलेशन में है।
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इस प्रकार जो डॉक्टर स्वस्थ हैं वह अपनी सेवाओं को दे रहे हैं और अस्पतालों में कम मेंबर होने के कारण लंबी सिप्टों में काम कर रहे हैं ताकि इससे व्यवस्था गड़बड़ ना हो । इस प्रकार दिल्ली के लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में करीब 100 रेजीडेंट डॉक्टर कोरोना की चपेट में है। वहीं गुरु तेग बहादुर अस्पताल में 175 स्टाफ मेंबर कोरोना की तरह के संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। इनमें से 125 डॉक्टर हैं वहीं अस्पताल में स्टाफ की कमी को पूरा कर रहे हैं। कम डॉक्टर और अधिक मरीज होने की वजह से डॉक्टरों के ऊपर दबाव पड़ रहा है। कोरोना काल की स्थिति में एम्स लोक नारायण, राम मनोहर लोहिया, सफदरजंग गुरु तेग बहादुर और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज है जो आज की तात्कालिक स्थिति में कोरोना के नए वेरिएंट की स्थिति में जूझ रहे हैं।