क्यों बढ़ रहा है आत्महत्या का आँकड़ा….कौन लोग कर रहे आत्महत्या

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आप जब भी समाचार पत्र उठाते होंगे अथवा कोई वेबसाइट ओपन करते होंगे तो एक खबर आपको जरूर मिलती होगी वह है आत्महत्या,आप अलग अलग तरह के लोगों को लगातार आत्महत्या करते देख रहे होंगे पढ़ रहे होंगे पर क्या आपको पता है कि यह कौन लोग हैं जो ज़िन्दगी से हार जाते हैं और इनका आँकड़ा क्या है.. अगर नहीं तो आज हम आपको पूरी रिपोर्ट देंगे आप ध्यान से पढ़ें।

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने संसद में बताये आँकड़े

हमेशा की तरह सबसे पहले हम आपको यह बता दें कि हम जिन आंकड़ों की बात करने जा रहे हैं यह आँकड़े संसद में एक प्रश्न का उत्तर देते हुये स्वयं केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने प्रस्तुत किये हैं जो नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो पर आधारित हैं।

किन वजह से हो रही आत्महत्या

सबसे पहले आपको बताते हैं कि आत्महत्या के कारण क्या हैं,वैसे तो आत्महत्या के अलग अलग अनेक कारण हैं परंतु उनमें से हम प्रधान कारणों की बात करेंगे ,तो आपको बता दें कि आत्महत्या के प्रधान कारणों में मुख्यतः 2 कारण हैं पहला बेरोजगारी और दूसरा कर्ज अथवा दिवालियापन… इन्ही कारणों के चलते अधिकांशतः आत्महत्याएं हुई हैं जिनका आँकड़ा हम आगे देखेंगे।

बेरोजगारी से पिछले वर्ष कितने लोगों ने दी जान….

अगर आपको वर्ष 2020 की बात बतायें तो उसके अनुसार वर्ष 2020 में कुल 3000 से अधिक लोगों ने बेरोजगारी की वजह से ज़िन्दगी से हार मान ली और आत्महत्या कर लिया,यह आँकड़ा मानवसंसाधन के प्रति सरकार की उपेक्षा को दर्शाता है।

कर्ज ने ली कितनो की जान

अब दूसरी बात इस विषय पर करते हैं कि वर्ष 2020 में कितने लोगों ने कर्ज अथवा दिवालियापन की वजह से आत्महत्या की तो आपको बता दें कि आँकड़े कहते हैं कि वर्ष 2020 में कुल 5213 लोग ऐसे रहे जिन्होंने कर्ज के बोझ में दबकर अथवा दिवालियापन होने की वजह से अपने प्राण त्याग दिये।


2018 से 2020 तक हुई कितनी घटनायें

आंकड़ो के मुताबिक वर्ष 2018 से लेकर वर्ष 2020 के बीच कुल 25 000 से अधिक लोगों ने इन कारणों से आत्महत्या की है जो कि भयावह भी है और चिंताजनक भी।

कौन हैं आत्महत्या करने वाले लोग

एक बड़ा प्रश्न सदैव यह भी उठता है कि आखिर आत्महत्या करने वाले लोग हैं कौन और उत्तर में लोग इसे सीधे किसानों अथवा युवा छात्रों से जोड़ देते हैं परंतु आपको बता दें कि सिर्फ किसान या युवा छात्र ही आत्महत्या नहीं कर रहे बल्कि इसमें एक बड़ा आँकड़ा कारोबारियों का भी है।

रिपोर्ट के अनुसार,वर्ष 2020 में कुल 1.2 फीसदी लोगों ने गरीबी के कारण आत्महत्या की तथा इस अवधि में कुल आत्महत्याओं में से सबसे ज्यादा संख्या कारोबारियों की रही है।

तो यह थी लगातार हो रही आत्महत्याओं पर एक विस्तृत रिपोर्ट,,, उम्मीद है आपको कुछ जानकारी मिली होगी।

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