बाल श्रम क्या है बाल श्रम पर संयुक्त राष्ट्र बाल कोष ( UNICEF ) और अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन ( ILO ) की रिपोर्ट जारी ? बाल श्रम पर यूनिसेफ और आईएलओ की रिपोर्ट में क्या है चिंताएं ?
बाल श्रम क्या है संयुक्त राष्ट्र बाल (UNICEF) कोष की स्थापना 11 दिसंबर 1946 ईसवी में न्यूआर्क संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में हुई थी इसका उद्देश्य द्वितीय विश्व युद्ध में नष्ट हुए राष्ट्रों के बच्चों को खाना और स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था के लिए स्थापित किया गया था।
बाल श्रम क्या है अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन की स्थापना सन 1919 बर्साईल की संधि द्वारा हुई थी संयुक्त राष्ट्र ने साल 2021 को अंतरराष्ट्रीय बाल श्रम उन्मूलन वर्ष के रूप में घोषित किया है भारतीय श्रम कानून के मुताबिक 15 साल से कम उम्र के बच्चों से मजदूरी कराना गैरकानूनी है लेकिन स्कूल के बाद बच्चे अपने माता-पिता के साथ हाथ बंटा सकते हैं लेकिन बच्चों को कम उम्र में स्कूल न भेजकर मजदूरी कराना उनके सपनों और बचपन से खिलवाड़ करना गैरकानूनी है।
बाल श्रम क्या है संयुक्त राष्ट्र बाल कोष ( UNICEF ) और अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन ( ILO ) ने बाल श्रम पर एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में बाल श्रम पर बहुत ही चिंताजनक बात सामने आई है जिन्हें हम निम्नलिखित बिंदुओं से जान सकते हैं:-
* दुनिया में दो दशकों में बाल श्रम में पहली बार वृद्धि दर्ज की गई है।
* यदि महामारी के कारण गरीबी के नवीनतम अनुमानों में वृद्धि होती है तो 2022 के अंत तक 9 मिलियन बच्चों को बाल श्रम में धकेल दिया जाएगा।
* रिपोर्ट में कहा गया है कि 2020 की शुरुआत में बाल श्रम की संख्या 160 मिलियन थी जो अब निरंतर बढ़ती जा रही है और, अब 4 मिलियन वृद्धि हो गई है।
* सरकारों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों द्वारा बाल श्रम के उन्मूलन में महत्वपूर्ण प्रगति के बावजूद यह वृद्धि देखी जा रही है।
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बाल श्रम क्या है* एक आईएलओ सिमुलेशन मॉडल के द्वारा बताया गया कि यदि बच्चों को सामाजिक सुरक्षा कवरेज तक पहुंच नहीं मिली तो यह संख्या अधिक हो सकती है तथा यह है संख्या निरंतर वृद्धि पर तो है ही।
* अधिकांश बाल श्रम कृषि कार्यों में या उनसे संबंधित उद्योगों में लगे हुए हैं जो कुल वैश्विक का 70% या 112 मिलियन बच्चे हैं।
* 160 मिलियन बाल श्रमिकों में से 97 मिलियन बाल श्रमिक लड़के हैं। 79 मिल गया ना बच्चे खतरनाक कार्यों में लगे हुए हैं जैसे विस्फोटक बनाने की फैक्ट्री ,पटाखे बनाने की फैक्ट्री ,केमिकल फैक्ट्री आदि।
बाल श्रम क्या है * आईएलओ के आंकड़ों के अनुसार 2000 से 2016 के बीच बाल श्रमिकों की संख्या में 94 मिलीयन बच्चों की कमी आई थी लेकिन पिछले 4 सालों में बाल श्रमिकों की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है और जब देश कोविड-19 से प्रभावित है और गरीब होता चला जा रहा है तो बाल श्रमिकों की संख्या में और तेजी से वृद्धि हो रही है।
* विश्व स्तर पर 10 में से लगभग एक बच्चा बालश्रम कर रहा है जिसमें उप – सहारा अफ्रीका सबसे अधिक प्रभावित है।
* उप सहारा अफ्रीका की जनसंख्या वृद्धि , अत्यधिक गरीबी और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की कमी ने केवल 4 वर्षों में अतिरिक्त 16.6 मिलियन बच्चों को बाल श्रम में धकेल दिया है।
पिछले 4 वर्षों में बाल श्रमिकों की संख्या में चिंताजनक वृद्धि हो रही है। बाल श्रमिकों की वृद्धि रोकने के लिए जनसंख्या नियंत्रण ,सरकार को चाहिए कि लोगों को रोजगार दें और रोजगार के नए अवसर प्रदान करें जिससे गरीबी दूर होगी और सामाजिक सुरक्षा योजना को लागू करें और मजदूरी का वयस्क मजदूरों को सही दाम मिले जिससे कि व्यक्ति अपने घर का खर्च उठा सके साथ में ही बच्चों की पढ़ाई का भी खर्च उठा सके इससे यह होगा कि कोई भी अपने बच्चों को घर के जरूरतें पूरी करने के लिए मजदूरी करने नहीं भेजेगा।